शैलेंद्र पांडेय अमर उजाला के लिए शाहजहांपुर जिले के मिर्जापुर इलाके से पत्रकारिता करते रहे हैं. दो साल पहले उनका एक्सीडेंट हो गया तो वे इनके पुत्र विकास पांडेय ने अमर उजाला के लिए खबर लिखने-भेजने का काम शुरू कर दिया.
बताया जाता है कि इन्हीं विकास पांडेय की अचानक मौत हो गई. कुछ लोगों का कहना है कि विकास ने आत्महत्या कर ली. वहीं अन्य लोग कई किस्म की आशंकाएं जता रहे हैं.
जो भी हो, लेकिन ये सच है कि विकास पांडेय इस दुनिया में अब नहीं रहे.
लगातार 2 वर्ष से विकास पांडे अमर उजाला के लिए खबरें लिखते थे. पूरे जनपद में विकास पांडे को लोग अमर उजाला पत्रकार के नाम से जानते थे. रविवार शाम 5:00 बजे करीब विकास पांडे की आकस्मिक मृत्यु हो गई. जिलेभर से तमाम पत्रकार मृतक के घर संवेदना व्यक्त करने पहुंचे. भाजपा नेताओं का तांता लगा रहा. लेकिन उनके खुद के अखबार अमर उजाला में मृतक पत्रकार की कोई खबर नहीं छापी गई.
इस कारण उनके पिता शैलेंद्र पांडे को काफी दुख हुआ. वे जिस अखबार में 35 वर्षों से लगातार सेवा कर रहे हैं, उनका बेटा 2 बरस से अमर उजाला के लिए पत्रकारिता कर रहा था, उसके निधन की खबर अमर उजाला में नहीं छपी. न तो एक पत्रकार के निधन की खबर छापी गई ना ही एक पत्रकार को पुत्र शोक की खबर छपी.
शाहजहांपुर के मिर्जापुर से अमर उजाला संवाददाता विकास पाण्डेय की रविवार शाम 5 बजे आकस्मिक मृत्यु से मीडिया कर्मियो में शोक की लहर दौड़ गई. निधन की खबरें सोशल मीडिया पर चलीं. लेकिन जिस अखबार के लिए विकास काम करते थे, उस अमर उजाला में खबर न छपी.
One comment on “अपने ही पत्रकार के निधन की खबर छाप न सका अमर उजाला”
Ye company sirf apne kameene pan ki charam seema se bhi aage nikal gayi hai.
Jo apne yaha sabhi neeche wale sathiyo ko hata rahi aur uper ke paate chat log chat chat ke apni bacha ke dusaro ka bali tyag kar rahe..
Inka bura waqt shuru ho chuka hai.
Ye ab kabhi wo company nahi ban sakti jo manniye atul ji ke samay me thi jo apne patte chat se jayada sirf karmachariyon ko dekhte they.