अक्सर देखा जाता है कि मीडिया में प्रबंधन के लोग अपने मीडियाकर्मियों को भेड़-बकरी की तरह ट्रीट करते हुए बिना किसी सूचना या बिना औपचारिकताओं को पूर्ण किए ही नौकरी से निकाल देते हैं. ढेर सारे भेड़ बकरी टाइप लोग इस स्थिति में भी चुप्पी साधे रहते हैं और पूंछ दबाकर नई नौकरी पाने की फिराक में यहां वहां चरण रज लेते टहलते दिख जाते हैं. पर धर्मेंद्र मिश्रा ने ऐसा नहीं किया. 4 रीयल न्यूज नामक चैनल ने उन्हें जब नौकरी से निकाला तो उन्होंने तुरंत देश के जाने-माने वकील अशोक अग्रवाल से संपर्क साधा और चैनल को कानूनी नोटिस भिजवा दिया. देखें लीगल नोटिस की कापी…
यही नहीं, धर्मेंद्र ने 4 रीयल न्यूज के गोरखधंधे का खुलासा करते हुए पीएफ आफिस भी कंप्लेन किया कि उन लोगों को सेलरी बना पीएफ डिडक्ट किए ही दी जाती है. धर्मेंद्र मिश्रा की शिकायत रंग ला रही है. पीएफ कमिश्नर केके जालान ने शिकायत को गंभीर मानते हुए कंप्लेन मिलने के एक घंटे के अंदर ही 4 रीयल न्यूज को नोटिस इशू कर दिया. चैनल को ये नोटिस 25 जून को रिसीव हो गया. जालान ने धर्मेंद्र को आश्स्त किया है कि अगर चैनल ने अपने यहां के पीएफ के गड़बड़झाले के बारे में जवाब नहीं दिया तो जल्द ही इसके खिलाफ इनक्वायरी सेटअप की जाएगी. उधर, नोटिस मिलने के बाद चैनल 4 रीयल न्यूज में अफरातफरी मच गई है. पिछले चार-पांच दिनों से चैनल ने सभी इंप्लाइज को पीएफ फार्म बांटना शुरू कर दिया है ताकि अपनी गल्ती दुरुस्त कर सके.
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