गूगल ने YouTube के ज़रिए टीवी का एक वैकल्पिक माध्यम पत्रकारों और आम जन को दिया लेकिन इसमें भी उलझनें बहुत है। कम्युनिटी स्टैंडर्ड, कॉपीराइट जैसे तमाम आधारों का बहाना बना कर गूगल लोकप्रिय और जनपक्षधर YouTube चैनलों को आए दिन सस्पेंड करता रहता है।
ताज़ा शिकार हुए हैं लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार संजय शर्मा। उनका 4पीएम नाम का लोकप्रिय यूट्यूब चैनल फ़िलहाल सस्पेंड कर दिया गया है।
इस बाबत उनके एक दर्शक ने भड़ास को मेल करके जानकारी दी है। संजय शर्मा और उनकी तकनीकी टीम इस संकट से उबरने में जुटी हुई है।


दरअसल गूगल का पूरा सिस्टम ऑटो मोड में है। वहाँ व्यक्ति कम, रोबोट्स ज़्यादा काम करते हैं। यूट्यूब का कामकाज भी आर्टीफिसियल इंटेलीजेंस से संचालित होता है। अगर किसी वीडियो को कम्यूनिटी स्टैंडर्ड का आधार बना कर कोई रिपोर्ट कर देता है कई बार तो YouTube बिना जाँच पड़ताल किए चैनल को ही सस्पेंड कर देता है।
वही गलती अगर तीन चार बार दोहराई गई तो फिर चैनल टर्मिनेट कर दिया जाता है। ऐसा ही कुछ न्यूज़लॉंड्री के YouTube चैनल के साथ हो चुका है लेकिन बाद में न्यूज़लॉंड्री की टीम लिखत पढ़त के ज़रिए गूगल से अपना चैनल वापस पाने में सफल रही।
देखते हैं संजय शर्मा को 4pm वापस लाने में कितना वक्त लगता है। वैसे माना जा रहा है कि यूपी और केंद्र सरकार की पोलखोल वीडियोज के कारण किसी भक्तों के किसी ग्रुप ने टार्गेट कर फ़ोरपीएम चैनल को रिपोर्ट किया है जिसके नतीजे में चैनल सस्पेंड कर दिया गया है।
One comment on “पत्रकार संजय शर्मा का YouTube चैनल 4PM सस्पेंड”
You don’t block hate speech channels but right at the peak of elections you have blocked a popular news channel who was giving the reflection of public mood in the area. Shameful act by YouTube. I thought a medium like YouTube will have some spine to stand with the right but has bucked under govt pressure. I think the time has come for sanjay Sharma the owner of channel to sue him.