मदन मोहन सोनी-
हमारे नेताओं की आदत बिगड़ी हुई है। उन्हें फरमाईशी कार्यक्रम सुनने की बुरी आदत है। उन्हें मनपसंद सवाल ही पसंद आते हैं, ऐसे में कई बार पत्रकार उनकी झड़प का शिकार हो जाते हैं। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर दौरे पर हैं। वहां किसी पत्रकार ने उनसे टोंटी चोर से जुड़ा सवाल पूछ दिया तो अखिलेश भड़क गए। पत्रकार को बीजेपी का एजेंट बताने लगें।
अखिलेश ने अपने साथ मौजूद लोगों से उक्त पत्रकार का फोटो खींचने को कहा। अखिलेश ने पत्रकार का नाम पूछा। पत्रकार ने अपना नाम नूर काजी बताया। अखिलेश यादव ने कहा कि अगर तुम बीजेपी के एजेंट न होते तो इतना महंगा रे बैन का नकली चश्मा न लगाए होते। अखिलेश यादव का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
यह वीडियो 09 नवंबर का है। पत्रकार नूर काजी ने अखिलेश यादव से पूछा कि योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अखिलेश यादव टोंटी चोर हैं। इसी पर अखिलेश यादव गुस्से में आ गए। अखिलेश यादव ने भड़क कर कहा, ऐसा मत बोला चश्मा पहने हुए पत्रकार।
अखिलेश यही नहीं रुके, अखिलेश यादव ने कहा कि इतना भी झूठ मत बोला। इस तरह के आदमी पत्रकारिता करेंगे। ये बिके हुए लोग हैं। बिके हुए लोगों को मत बुलाया करो। अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे नहीं मालूम कि ये आदमी पत्रकार है भी या नहीं, फिर भी अगर मैं मान लेता हूं कि ये आदमी पत्रकार है तो यही तो लड़ाई है सामंतवाद और मनुवाद की।