रांची : झारखंड में राज्यसभा की एक सीट के लिए गुरुवार को हुए उपचुनाव में भाजपा के वरिष्ठ पत्रकार एमजे अकबर ने भारी जीत हासिल की। उन्होंने विपक्षी झारखंड मुक्ति मोर्चा के उम्मीदवार पूर्व मंत्री हाजी हुसैन अंसारी को 29 के मुकाबले 48 मतों से पराजित किया।
झारखंड विधानसभा के सचिव और राज्यसभा चुनावों के निर्वाचन अधिकारी सुशील कुमार सिंह ने बताया कि राज्यसभा की एकमात्र सीट के लिए हुए उपचुनाव में भाजपा के उम्मीदवार एमजे अकबर को कुल 48 मत प्राप्त हुए और झारखंड मुक्ति मोर्चा के उम्मीदवार पूर्व मंत्री हाजी हुसैन अंसारी को 29 मत ही प्राप्त हुए, लेकिन अकबर को मिला एक मत अवैध घोषित कर दिया गया।
भाजपा उम्मीदवार को अपने 43 विधायकों और सहयोगी आज्सू के चार विधायकों के पहले से तय 47 मतों के अलावा बहुजन समाज पार्टी के एक मात्र विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता और पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी निर्दलीय गीता कोड़ा का भी मत हासिल हुआ। लेकिन आज्सू के विधायक और राज्य के जल संसाधन मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी का मत अवैध घोषित कर दिया गया, क्योंकि उन्होंने मतदान के बाद अपना मत मीडिया के सामने दिखा दिया था।
82 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में राज्यसभा चुनाव के लिए इस समय कुल 80 मत थे, क्योंकि सत्ताधारी गठबंधन के दल आज्सू के कमल किशोर भगत की हाल में एक आपराधिक मामले में सजा सुनाये जाने के बाद विधायकी चली गयी थी और एक मनोनीत सदस्य हैं जिन्हें रास चुनाव में मत देने का अधिकार नहीं होता है। कुल 78 विधायकों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जिनमें से एक का मत अवैध घोषित कर दिया गया।
निर्दलीय एनोस एक्का और भानु प्रताप शाही आपराधिक मामलों में जेल में बंद हैं और मतदान के लिए अदालत से अनुमति मिलने के बावजूद वह दोनों मतदान करने नहीं आये। जीत के बाद एमजे अकबर ने मीडिया से कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के कारण झारखंड के गरीबों की सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ है।