आगरा : ताजमहल में तैनात कर्मचारी बेलगाम हो गए हैं. ये पत्रकारों के साथ भी बदतमीजी करने से बाज नहीं आ रहे हैं. कई कर्मचारी कुछ फोटोग्राफरों के साथ मिल कर पर्यटकों को दोनो हाथों से लूट रहे हैं. ताजमहल के भीतर फैली गंदगी भी अराजकता की पोल खोल रही है. कहने को तो ताजमहल प्यार और सौहार्द का प्रतीक है लेकिन इस ताजमहल में तैनात कर्मचारियों का व्यवहार इन शब्दों से कोसो दूर है. यही वजह है कि यहां पर आने वाले लोग इन कर्मचारियों को कोसते हुए वापस जाते हैं. ताजमहल में तैनात कर्मचारी इतने बदतमीज हैं कि इन्हें बोलने तक की तमीज नहीं है. यहां तक कि पत्रकारों से भी बदतमीजी करना अपनी शान समझते हैं. ताजमहल परिसर में ये बदतमीज कर्मचारी कुछ फोटोग्राफरों से मिल कर लोगों को दोनों हाथों से लूट रहे हैं.
जिस ताजमहल की सुंदरता के कसीदे पढे जाते हैं, इन बदतमीज और बेलगाम कर्मचारियों की वजह से आज इस ताजमहल के भीतर हर तरफ काफी कूड़ा कचरा गंदगी है. पिछले दिनों कुछ पत्रकार ताजमहल देखने आगरा गए तो वहां तैनात कर्मचारी इन पत्रकारों के साथ जमकर बदतमीज करने लगे. वहज थी ताजमहल परिसर में फैली गंदगी की तरफ पत्रकारों द्वारा कर्मचारियों का ध्यान आकर्षित करना. वहां पर घूमने आये कुछ लोगों को तो कैमरे अन्दर ले जाने के नाम पर 25 रुपये वसूले जा रहे थे. पूरे ताजमहल परिसर में जगह जगह गंदगी फैली थी. पीने के पानी की बोतलें, खाने पीने के सामान के खाली रैपर जगह जगह बिखरे पड़े थे. इस ताजमहल को देखने दुनिया के कोने कोने से लोग आते हैं लेकिन उतर प्रदेश के ये बदतमीज कर्मचारी अपने देश और प्रदेश दोनों की मिट्टी पलीद कराने में लगे है.
पत्रकार दुर्गा दास शर्मा की रिपोर्ट. दुर्गा हरियाण के कैथल के रहने वाले हैं और पिछले दिनों पत्रकारों के एक समूह के साथ ताजमहल घूम कर बुरे अनुभवों के साथ लौटे हैं.