अमरोहा में यूएनआई के पत्रकार से डीआईजी ओमकार सिंह और एएसपी विजय गौतम ने की बदतमीजी

सेवा में

श्री मनोहर सिंह
नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्टस
महोदय,

कृपया अवगत हो दिनांक 20 अक्टूबर 2015, समय 12.43 अपराह्न, स्थान कोतवाली डिडौली जिला अमरोहा में ग्राम पतेई खालसा में हुये सांप्रदायिक तनाव के दृष्टिगत कमिश्नर व डीआईजी मुरादाबाद अपने अधीनस्थ जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक अमरोहा को संग लेकर एक दर्जन लोगों के साथ कोतवाली के खुले प्रांगण में पीपल के पेड़ के नीचे खुली बैठक कर रहे थे, जिसमें अपर पुलिस अधीक्षक अमरोहा विजय गौतम व अन्य स्टाफ भी मौजूद था।

नोएडा से संचालित हो रहे न्यूजलोक पोर्टल ने युवा पत्रकार मनोज जोशी के साथ ठीक नहीं किया… पढ़ें पूरी दास्तान

Sir, My name is Manoj Joshi, I spoke to you yesterday about how my boss sacked me within five days of hiring. I’ve shared my problem in the letter enclosed with this mail.  Suggest me how can I be paid my dues.

आजम के गार्डों ने मीडियाकर्मियों को धक्का देकर भगाया और अपशब्द कहे

कानपुर। अपने विवादित बयानों के लिए मशहूर उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आजम खां की सुरक्षा में तैनात गार्ड भी कुछ कम नहीं हैं।  इसकी एक बानगी कल कानपुर में नजर आई। कानपुर में आजम खां के सुरक्षा गार्डों ने मीडियाकर्मियों से बदसलूकी की। यही नहीं,  विरोध जताने पर उन्होंने धक्का-मुक्की भी की। इस दौरान आजम खां तमाशबीन बने रहे और उन्होंने अपने गार्डों को संयमित रहने के लिए दो शब्द कहना भी मुनासिब नही समझा।

आह ताज! : उगाही कर रहे कर्मचारियों ने पत्रकारों के दल से की बदतमीजी

आगरा : ताजमहल में तैनात कर्मचारी बेलगाम हो गए हैं. ये पत्रकारों के साथ भी बदतमीजी करने से बाज नहीं आ रहे हैं. कई कर्मचारी कुछ फोटोग्राफरों के साथ मिल कर पर्यटकों को दोनो हाथों से लूट रहे हैं.  ताजमहल के भीतर फैली गंदगी भी अराजकता की पोल खोल रही है. कहने को तो ताजमहल प्यार और सौहार्द का प्रतीक है लेकिन इस ताजमहल में तैनात कर्मचारियों का व्यवहार इन शब्दों से कोसो दूर है. यही वजह है कि यहां पर आने वाले लोग इन कर्मचारियों को कोसते हुए वापस जाते हैं. ताजमहल में तैनात कर्मचारी इतने बदतमीज हैं कि इन्हें बोलने तक की तमीज नहीं है.  यहां तक कि पत्रकारों से भी बदतमीजी करना अपनी शान समझते हैं. ताजमहल परिसर में ये बदतमीज कर्मचारी कुछ फोटोग्राफरों से मिल कर लोगों को दोनों हाथों से लूट रहे हैं.

एएनआई के रिपोर्टर को हड़काने वाले अपने दामाद राबर्ट वाड्रा से मिलने पहुंचीं सोनिया गांधी

लैंड डील पर सवाल पूछे जाने पर पत्रकार के साथ बदसलूकी करने के बाद मीडिया में मचे शोर और विभिन्न राजनीतिक दलों की निंदा के बाद सोनिया गांधी वाड्रा से मिलने उनके घर पहुंची. उन दोनों के बीच में क्या बातचीत हुई, अभी इसके बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है. हरियाणा जमीन सौदे को लेकर वाड्रा पर लगातार उठ रहे सवालों के बीच शनिवार को जब एक न्यूज चैनल एजेंसी एएनआई के रिपोर्टर ने इस बाबत सवाल पूछा तो वाड्रा भड़क उठे. उन्होंने मीडियाकर्मी से बदसुलूकी की और माइक झटकते हुए आगे निकल गए.

न्यूज चैनलों के लिए ‘वाड्रा मीडिया दुर्व्यवहार प्रकरण’ सत्ता के प्रति निष्ठा जताने का मौका

हरियाणा में भूमि घोटाला पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा से पूछे गए सवाल पर तिलमिलाये वाड्रा ने पत्रकारों से जो बदसलूकी की उसकी गर्मी 24 घंटे तक कायम है और शायद आगे भी कायम रहेगी। प्रायः हर चैनल एएनआई का माईक झटकने का सीन हजार बार दिखा चुका है। एक पत्रकार के रूप में हम वाड्रा के कृत्य की कड़े से कड़े शब्दों में निन्दा करते हैं। पत्रकारों को स्वतंत्र रूप से कार्य करते रहने की आजादी की पुरजोर मांग करते हैं। शनिवार के प्रकरण में घटना से बड़ी राजनीति है, इससे कोई इनकार नहीं कर सकता।

जी न्यूज के एंकर ने बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के साथ बदतमीजी की

Dilip C Mandal : बात-बात पर जाति का रोना लेकर मत बैठिए. यह सही है कि न्यूज एंकर ने बिहार के माननीय मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के साथ जो बदतमीजी की, और उनके बारे में जिस अंदाज और भाषा में बाकी जगह भी बात की जा रही है, उसके पीछे जाति है, लेकिन आपको मान्यवर कांशीराम बनने से किसने रोका है. कांशीराम साहेब के साथ कोई ऐसा करने की सोच सकता था क्या?