
शासन के आदेश पर वैश्विक महामारी कोरोना संकट के बीच कोविड-19 की व्यवस्थाओं की जमीनी हकीकत परखने आए पशुपालन विभाग के अपर निदेशक पर उन्हीं के मातहत मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने हमला कर दिया और गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी दी। फिर भी ना मानने पर अपर निदेशक को कमरे में बंद करके बंधक बना लिया। मामला उत्तर प्रदेश के जनपद पीलीभीत का है।
आगरा के सिकंदरा के रहने वाले डॉ. जीवन दत्त बरेली में अपर निदेशक पशुपालन बरेली मंडल बरेली के पद पर तैनात हैं। उनके मुताबिक प्रमुख सचिव पशुधन एवं निदेशक पशुपालन उत्तर प्रदेश शासन ने उनको दूरभाष पर आदेश दिया कि पीलीभीत के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. ज्ञान प्रकाश द्वारा सरकारी कार्य में लापरवाही बरतते हुए कोविड-19 से संबंधित गोवंश संरक्षण एवं एनएडीसीपी से संबंधित सूचनाएं समय से नहीं भेजी जा रही हैं, जो सूचना भेजी भी जा रही है, वह गलत तरीके से भेजी जा रही है, लिहाजा अपर निदेशक खुद जाकर जांच करें और भौतिक सत्यापन करें।
अपर निदेशक के अनुसार शासन से दूरभाष पर प्राप्त आदेश के क्रम में वह अपने मंडल कार्यालय के प्रधान सहायक विजय कुमार, वरिष्ठ सहायक नीलेश सक्सेना के साथ बुधवार को दोपहर करीब एक बजे पशु चिकित्सालय कार्यालय पीलीभीत पहुंचे। कार्यालय में वेटरनरी फार्मासिस्ट बृजेश कुमार व दो अन्य स्टाफ के लोग मौजूद मिले। उनकी उपस्थिति में आवश्यक सेवाओं हेतु उपलब्ध औषधि व अन्य संस्थाओं पर वितरण संबंधी अभिलेखों का अवलोकन किया जा रहा था, तभी करीब डेढ़ बजे अचानक वहां पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी (सीवीओ) डॉ. ज्ञान प्रकाश आ गए।
सीवीओ ने मां-बहन की गालियां देते हुए जान से मारने की नीयत से हमला कर दिया। सारा रिकॉर्ड छीन लिया। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि रिकॉर्ड नहीं दिखाया जाएगा। स्टाफ के सामने ही बलपूर्वक कमरे में बंद कर दिया। मंडल कार्यालय से आए स्टाफ ने अपर निदेशक को किसी तरह बचाया। अपर निदेशक का आरोप है कि अगर स्टाफ नहीं बचाता तो मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. ज्ञान प्रकाश उन्हें मारपीट कर घायल कर सकते थे।
शासन के आदेश पर आए अपर निदेशक इस घटना से सहम गए। उन्होंने तत्काल ही जिलाधिकारी को फोन मिलाया लेकिन उनकी बात नहीं हो सकी। तब वह सीधे जिलाधिकारी से मिलने गए और उन्हें पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया। इस बीच मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने अपर निदेशक पशुपालन को धमकी दी कि यदि कोई पुलिस कार्रवाई की तो परिवार सहित उठवा कर मार डालेंगे।
जिलाधिकारी के आदेश पर अपर निदेशक पशुपालन डॉ. जीवन दत्त की तहरीर पर बुधवार देर शाम मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. ज्ञान प्रकाश के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की धारा 342, 352, 504, 506 के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली गई। अभी तक उत्तर प्रदेश में कोरोना संकट में पब्लिक की ओर से कोरोना योद्धाओं पर हमले की घटनाएं हो रही थी लेकिन उत्तर प्रदेश में शायद यह पहला मामला है कि वैश्विक महामारी कोरोना संकट के बीच कोरोना योद्धा आपस में ही भिड़ गए।
पीलीभीत के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. ज्ञान प्रकाश कहते हैं- “मेरा रिटायरमेंट नजदीक है। मुझे जांच के नाम पर एक साल से परेशान किया जा रहा है। मैंने किसी को नहीं धमकाया।”