इलाहाबाद। क्या कौशांबी के युवा पत्रकार अमरेश मिश्र की बाइक में टक्कर मारने वाला वाहन पुलिस का था। बेकाबू वाहन की जोरदार टक्कर का नतीजा था अमरेश की मौत। फिलहाल, जो खबर छनकर बाहर आ रही है उससे से तो यही लग रहा है। सूत्रों का दावा है कि जिस वाहन से टक्कर लगी वो सफेद कलर की स्कार्पियो थी। उस पर दो दारोगा सवार थे। ऐसे में इस संदेह को भी बल मिलने लगा है कि कहीं जानबूझकर तो हादसे को अंजाम नहीं दे दिया गया।
अगर बेकाबू वाहन से किसी को टक्कर लग भी जाती है तो क्या वाहन सवार अपने अपराध छिपाने के लिए मौके से भाग निकलें? पलट कर घायल को देखें तक नहीं, इलाज तक मुहैया न कराएं और मौत जैसी बात को भी छिपा लें? खासकर, ऐसे हालात में जब उस वाहन में दो दारोगा सवार हों? यह सवाल प्रतापगढ़ में पत्रकार साथियों के बीच उठाया जाने लगा है। बहरहाल, अमरेश की मौत की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। केंद्र सरकार ने अमरेश की मौत की जांच रिपोर्ट मांगी है। एडीएम स्तर का अफसर जांच भी कर रहा है।
हादसे को देखने का दावा करने वाले एक युवक के बयान पर पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे हैं। सीओ सिटी एमपी सलोनिया ने टक्कर मारने वाली स्कार्पियो को पकड़ लिया है। वाहन को कोतवाली लाकर छानबीन की जा रही है। याद दिला दें कि 22 दिसंबर की ठंड और कोहरे वाली रात लालगंज अझारा के पास वाहन की टक्कर से कौशांबी के युवा पत्रकार अमरेश मिश्र गंभीररूप से घायल हो गए थे। घायलावस्था में सड़क पर ही वे काफी देर तक तड़पते रहे। एक एंबुलेंस वाले ने उनको घायल देख पुलिस को सूचना दी। पुलिस जब तक घायल अमरेश मिश्र को अस्पताल ले गई तब तक काफी विलंब हो चुका था। अस्पताल में डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। घटना को लेकर शुरू से ही संदेह व्यक्त किया जा रहा था। 26 दिसंबर को इस बात का खुलासा हुआ कि हिन्दुस्तान के प्रतापगढ़ ब्यूरोचीफ अमरेश मिश्र को टक्कर मारने वाली स्कार्पियो पर पुलिस के दो दारोगा सवार थे। बेकाबू स्कार्पियो से टक्कर के बाद पुलिस वालों ने अपने कर्तव्य का निर्वाह न करने का अपराध किया।
केन्द्र ने मांगी पत्रकार अमरेश की मौत की जांच रिपोर्ट
वरिष्ठ पत्रकार अमरेश मिश्र के निधन की खबर पर केन्द्र सरकार गंभीर है। गुरुवार की रात गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पीड़ित परिवार से दूरभाष पर वार्ता कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। गृहमंत्री ने घटना के बाबत पूरी जांच रिपोर्ट यूपी पुलिस से तलब की है। गुरुवार की रात करीब साढ़े दस बजे पत्रकार अमरेश मिश्र के अनुज ब्रजेश मिश्र के फोन पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बात कर पूरी घटना की जानकारी ली। उन्होंने अमरेश की पत्नी और उनके बेटे से भी बात की। गृहमंत्री ने पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया है कि उनकी हर संभव मदद की जाएगी। घटना की हकीकत जानने के लिए हर स्तर की जांच कराई जाएगी। उत्तर प्रदेश पुलिस से भी जांच रिपोर्ट तलब की गई है। उधर, डीआईजी भगवान स्वरूप ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी क्राइम अरुण कुमार पांडेय को अमरेश मिश्र की मौत की जांच करने का निर्देश दिया है।
इलाहाबाद से शिवाशंकर पांडेय की रिपोर्ट.
sudhir singh
December 30, 2014 at 3:35 pm
amresh bhaiya ki maut ki C,B.I. janch honi chahiye. aur doshiyo ko fansi ki saja honi chahiye. chahe wo koi bhi ho. sudhir singh azamgarh (u.p.) 09454337444