मोहम्मद अनस-
और इसके साथ ही मुसलमानों के विरूद्ध झूठ, नफरत, प्रोपगेंडा को हवा देने वाली स्मिता प्रकाश ने ब्लॉक कर दिया। स्मिता कथित तौर पर दक्षिण एशिया के सबसे बड़े न्यूज़ एजेंसी के मालिक संजीव प्रकाश की पत्नी एवं ANI की संपादक हैं। रॉयटर्स का ANI में 49% शेयर है। स्मिता के ससुर प्रेम प्रकाश ने ANI की स्थापना की थी। स्मिता के पिता मुख्य सूचना अधिकारी यानी सरकारी प्रवक्ता राममोहन राव थे। राममोहन राव पीआईबी के चेयरमैन भी थे। ANI अपनी स्थापना के समय से ही अंधराष्ट्रवाद के दुष्प्रचार में अग्रणी रही है। दिल्ली में सत्ता किसी की हो, ANI हमेशा मुनाफे में रही।
संजीव प्रकाश और स्मिता की शादी ने प्रेम प्रकाश एवं राममोहन राव के रिश्ते को आपस में गूंथ दिया। प्रमुख सूचना अधिकारी बनने से पहले राव सेना में एवं बाद में रॉ के लिए जनसंपर्क का काम देखते थे। राव की पहुंच सरकार के हर दफ्तर में थी। राव ने अपनी बेटी की शादी प्रकाश परिवार में करके ANI को नई ऊंचाईयों तक पहुंचा दिया। राजीव गाँधी, वीपी सिंह, चंद्रशेखर एवं नरसिम्हा राव के साथ काम करने का मौका राव को मिला। ANI यदि दो दिन के लिए बंद हो जाए तो देश का हर चैनल तड़प उठेगा। रिपोर्टर्स का जो जत्था ANI के पास है, किसी के पास नहीं। ANI खुल कर मोदी के साथ है।
ANI ने मणिपुर रेप कांड का आरोप मुसलमान पर लगा दिया, यह जानबूझ कर किया गया था। बाद में माफी मांग कर ट्वीट डिलीट किया गया। परंतु जब आप ANI के विषय में गहनता से पड़ताल करेंगे तो पता चलेगा कि वह मुस्लिम अपराधियों के नाम लिखती है और हिंदुओं द्वारा कारित अपराध पर नाम नहीं लिखती। मुसलमानों को लगातार संस्थानिक तौर पर क्रूर, निर्दयी बना कर दिखाया जा रहा है। उनके संवैधानिक मूल्यों का पतन किया जा रहा है। इनमें मीडिया का सबसे अधिक हाथ है और ANI इसमें अग्रणी है। रॉयटर्स की जाने क्या मजबूरी है जो वह एक नस्लभेदी, नागरिक विभाजनकारी संस्था के साथ जुड़ी है।
देवेंद्र सुरजन-
ये हैं ANI की निदेशक स्मिता प्रकाश. ANI को बीजेपी का कथित मुखपत्र कहा जाता है. कल भारत में मणिपुर का मुद्दा गरमाया रहा, इससे बीजेपी सरकार बैकफुट पर रही.
स्मिता की ANI को यह पसंद नहीं आया, ANI ने इसे एक नई कहानी दे कर अपराधी का नाम मुस्लिम बताकर फर्जी खबर फैला दी.
बीजेपी IT Cell ने इसे लपका और अब यह पूरे देश में फैल गया कि मुस्लिमों ने दो लड़कियों को नंगा घुमाया. और अब स्मिता की ANI की वजह से देश में अशांति है. ANI, रेडियो रवांडा से भी बदतर है.
सोशल मीडिया पर जारी ये पोस्टर देखें-