आजकल पत्रकारिता की आड़ में हर बुरे काम हो रहे हैं. पत्रकार पहले सिर्फ दलाल होता था. आजकल का पत्रकार दलाली से बहुत आगे निकल गया है. वह लुटेरा हो चुका है. पिछले दिनों अनिल राय एंड गैंग लखनऊ के 9 करोड़ ठगी कांड में गिरफ्तार हुआ. इन सबों ने पूरा फर्जी सचिवालय और फर्जी आफिस सेटअप कर दिया था. ये एक पत्रकार के क्रिमिनल दिमाग के यूज की इंतहा है.
ताजी सूचना है कि गाजियाबाद में एक पत्रकार के पास से लूटी हुई कार की बरामदगी की गई है. इसका नाम अंशुल वाजपेई है. ये पुलिस मीडिया नामक एक पत्रिका में गाजियाबाद ब्यूरो चीफ है. इसी पुलिस मीडिया नाम के एक आफिस में प्रिंसिपल रिपोर्टर है. वह पुलिस मीडिया नाम से वेबसाइट भी चलाता था.
पढ़ें पुलिस प्रेस नोट और देखें भाई साहब का मीडिया आईकार्ड-
One comment on “पत्रकार के पास से लूट की होंडा सिटी कार बरामद, पढ़ें पुलिस प्रेस नोट”
इसमें कौन सी आश्चर्य की बात है। सहारा म ें तो अधिकारी वित्तीय अनियमितता करते ही हैं। वह बात दूसरी है ऐसी बहुत अधिकारी रहे हैं, जिन्हें वित्तीय अनियमितता के चलते हटा दिया गया और फिर से उन्हें हटाये गये समय का वेतन देकर रख लिया गया। वित्तीय अनियमितता करना सिखाने वाले खुद इनके आका ही तो रहे हैं।