आशीष श्रीवास्तव-
मेरी माता जी KGMC के ICU में एडमिट रहीं। पिछले 6 दिनों से मैं मोनिटर कर रहा था।
मुझे तो चौकाने वाले बात वहाँ के 4th क्लास एम्प्लॉई ने बताई यहां तक मुझे विश्वास नही हुआ शायद क्योंकि मैं अपनी माता को लेकर काफी ज्यादा सोच रहा था।
हालांकि माँ डॉयलेसिस पर थी और डॉक्टर सिर्फ ऑक्सीजन देने के अलावा कुछ नही कर रहे हे। जो भी जूनियर जेआर थे उनके जिम्मे प्रदेश के बड़ा अस्पताल का आईसीयू छोड़ा हुआ था जिनको गम्भीर मरीज के साथ किस लेवल का इलाज होना है बार बार पूछना पड़ता था।रात में अपने फोन पर चैटिंग में बिजी रहते थे या सोने में।
आखिरी रात में जब ऑक्सीजन फूल करने पर भी पूरी नही पड़ रही थी मैन नोटिस किया 2 या 3 बार प्रेसर इतना कम क्यों ,जब मैंने डॉक्टर से कहा तो बताया गया इतना आ रहा यही काफी है।लोगो को इतना भी नही मिल रहा सर।
फिर forth क्लास एम्प्लोयी ने बताया कि भैय्या जी रात में सबको ऑक्सीजन की जरूरत होती है और मरीज सोते है तो ऑक्सीजन लेवल कम हो जाता है।और ऑक्सीजन प्रेसर भी कम रखा जाता , बॉर्डर लाइन पर ऑक्सीजन रखा जाता है क्यों नही पता ? अगर ऑक्सीजन मास्क हटा तो सीधे मौत….
आया के मुताबिक, यहाँ एक बेड के लिए वार्ड बॉय और अन्य मिलकर कुछ पैसो के लालच में लोगो का मास्क भी हटा देते है।(पता नही यह कितना सच है ???)
मुझे रात में 2 बजे बोला जाता था कि सर इंजेक्शन आप लगा दीजिये अपने मरीज को ,मैन कहा मैं नही लगा सकता हूँ बोलते यह सीख लीजिये हम बता देंगे आगर घर जायँगे तो वहाँ कैसे लगेंगे। मैने कहा यहां आप लगवाइए मैं घर पर लगवा लूंगा।…..
मेरी माता के साथ भी यही हुआ रात में ऑक्सीजन लेने में दिक्कत हुई और जब मैंने रात 4 बजे देखा तो उनका ऑक्सीजन मास्क हटा हुआ था ।और जब तक मैं डॉक्टर -डॉक्टर चिल्लाया तब रात में ICU में सोते हुए जूनियर लड़की टाइप की एक डॉक्टर आती है और बोलती है हार्ट अटैक पड़ गया इनको। मैन पूछा मास्क उतरा हुआ था तो बोलते है पता नही चला कैसे हुआ लेकिन मौत हार्ट अटैक से हुई।जबकि एक घण्टे पहले सबकुछ नॉर्मल था यहाँ तक डॉक्टर की रिपोर्ट में भी नार्मल था। आईसीयू में इतना केयरलेस स्टाफ कैसे हो सकता है।सीसीटीवी में मौत का कारण साफ हो जाएगा जब मैंने सीसीटीवी मांगी तो उसको भी देने से मना कर दिया गया।
मैंने कहा अभी तक तो सब ठीक था अचानक कैसे हो गया। बोले इंफेक्शन बढ़ा गया है हार्ट पर अटैक कर दिया।
जबकि एसीजी, ब्लड, ऑक्सीजन रिपोर्ट सब रात में किया गया सब नार्मल था। फिर अचानक हार्टअटैक! मेरी समझ से परे है।
मुझे डॉक्टरी भाषा नही आती थी। लेकिन पिछले 2 दिनों से उनकी ऑक्सीजन लेने में दिक्कत थी और जेआर डॉक्टर सिर्फ ऑक्सीजन दे रहे थे इसके अलावा कोई उपचार नही।
ताज्जुब था मुझे इतने बडे अप्सप्ताल के आईसीयू में इतने गैर जिम्मेदार जेआर इतने सेंसटिव मरीजो को देख रहे थे।
मेरे सामने 3 मरीजो की ऐसे ही मौत हुई।पर मैं उनके और अपनी माँ के लिए बेबस था। आखिर सबकुछ ठीक दिन में रहते हुए रात में अचानक हार्टअटैक समझ से परे है।
मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूँ मरीज को अपनी देखभाल खुद करनी होगी डॉक्टर आपकी मदद कोई नही करंगे। आप के लिए अपनो की मौत बड़ी है लेकिन डाक्टरो के लिए एक और बॉडी वार्ड से हटानी है।
अगर कही किसी डॉक्टर या स्टाफ की जिम्मेदारी है तो उनको उठानी होगी नही तो हर मरीज की मौत पर जवाबदेही सबकी बनती है।अगर गलत है तो कार्यवाही भी बनती है। मैंने अपनी माँ को खोया है और कोई न खोये।
-आजतक लखनऊ के संवाददाता आशीष श्रीवास्तव की ये आँखोदेखी है। उन्होंने ये आपबीती लखनऊ के एक मीडिया ग्रुप में पोस्ट की है। लखनऊ के पत्रकार इस मामले में सीसीटीवी फुटेज देखने की मांग कर रहे हैं जिससे यह पता चल सके कि रात को आक्सीजन मास्क कैसे हटा। क्या किसी ने जानबूझकर हटाया। यदि ऐसा है तो संबंधित के खिलाफ एफआईआर कराकर कार्रवाई कराई जा सके जिससे अन्य लोगों की जान बच सके।