
आज सुबह से ही सोशल प्लेटफार्म पर खाद की बोरियां ही बोरियां दिखाई दे रही हैं. बताया जा रहा है कि IFFCO द्वारा चीन का बना खाद किसानों को बेचा जा रहा है. इन वायरल खाद की बोरियों में पहले ‘आत्मनिर्भर भारत’ और फसके बाद निर्माता चाइना लिखा है. खास बात ये है कि 50 किलो के बोरे में 45 किलो खाद और दाम 50 किलो का वसूलने की बात कही जा रही है.
खोजी पत्रकार दीपक शर्मा ने एक्स पर लिखा है, ‘किसानों के लिये खाद चीन से आ रही है और बोरे पर फोटो मोदीजी की लगी है। पर असली खबर Iffco के इस बोरे के पीछे छुपी है। Iffco के MD यूएस अवस्थी अगर मामूली आदमी होते तो जेल में होते। करोड़ों रूपये के आयात घपले में CBI और ED ने अवस्थी पर मुकदमे दर्ज किये हैं। और अवस्थी जी ठाठ से मंत्रीजी के साथ मंच पर है। अवस्थीजी की ये तस्वीर CBI और ED के मुकदमे दर्ज होने के बाद की है।’
वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश के रे लिखते हैं, ‘संयुक्त राष्ट्र के COMTRADE के आँकड़े के अनुसार पिछले साल भारत ने चीन से 2.34 अरब डॉलर के खाद का आयात किया था. भारत लगभग 30 प्रतिशत यूरिया आयात करता है और पिछले साल चीन हमारा दूसरा सबसे बड़ा यूरिया निर्यातक था. चीन दुनिया का सबसे बड़ा यूरिया उत्पादक है और दुनिया की लगभग एक-तिहाई आवश्यकता चीन की आपूर्ति से पूरी होती है. इस साल चीन ने खाद समेत अनेक चीज़ों के निर्यात पर कुछ रोक लगायी है, जिसमें तेल, गैस और रेयर अर्थ मैटेरियल्स भी हैं. यह भारत के लिए चिंताजनक बात है. आत्मनिर्भरता एक खोखला नारा है. सहकार, सहयोग और सहभागिता से जीवन चलता है.’