न्यायालय के आदेश पर पुलिस क्षेत्राधिकारी सिकंदरा शिव ठाकुर सहित आठ लोगों पर एससी एसटी एक्ट समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.
27 जून 2022 को एसएसजी हेल्थ केयर सेंटर के बाहर अव्यवस्थाओं को लेकर हंगामा हो रहा था। यहां से गुजर रहे दैनिक भास्कर समूह के संवाददाता विशाल सिंह गौतम ने समाचार संकलन के लिए मोबाइल से हंगामे की वीडियो बनाई। वीडियो बनाता देख अस्पताल के कर्मचारी व संचालिका पत्रकार विशाल पर भड़क उठीं और मारपीट करते हुए मोबाइल समेत पैसे छीन लिए। साथ ही जातिसूचक शब्दों से अपमानित करते हुए जान से मारने की धमकी दी।
पीड़ित पत्रकार ने इसकी शिकायत रसूलाबाद कोतवाली में तैनात तत्कालीन प्रशिक्षु सीओ कोतवाल शिव ठाकुर से की। इसके बाद तत्कालीन कोतवाल शिव ठाकुर ने जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया और पत्रकार से अभद्रता करते हुए थाना परिसर से भगा दिया।
यही नहीं, कोतवाल ने अस्पताल संचालिका द्वारा दी गई तहरीर को बदल कर पत्रकार पर फर्जी मामला दर्ज कर लिया। पत्रकार ने न्याय की गुहार लगाते हुए जिम्मेदारों से शिकायत भी की लेकिन न्याय ना मिलते देख न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। न्यायालय में पीड़ित पत्रकार के अधिवक्ता जितेंद्र चौहान ने साक्ष्यों के आधार पर न्यायालय में दलील पेश की।
न्यायालय ने तत्कालीन पुलिस क्षेत्राधिकारी शिव ठाकुर, डॉ स्वप्निल सहित आठ लोगों पर मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं। न्यायालय के आदेश के बाद मामला दर्ज कर लिया गया। वहीं पुलिस ने अब फिर से पीड़ित पत्रकार पर दबाव बनाने का काम शुरू कर दिया है।