Connect with us

Hi, what are you looking for?

प्रिंट

आज का इंडियन एक्सप्रेस : ED नई CBI है!

रवीश कुमार-

ED का नाम बदल कर विपक्ष हत्या आयोग कर देना चाहिए।एक्सप्रेस की रिपोर्ट पढ़ कर यही लगता है कि विपक्ष का गला घोंटने के लिए इसका इस्तमाल हो रहा है।

Advertisement. Scroll to continue reading.

इस विभाग को सत्ताधारी दल से संबंधित लोगों के खातों का कुछ पता नहीं चलता। इतने मामले सामने आए लेकिन ED सरकार के गानों की CD बजाता रहता है। यहाँ के अफ़सर भी झेल गए होंगे कि क्या क्या करना पड़ रहा है। उनका इस्तमाल इस काम में हो रहा है।

भले ही इन सभी का नाम सार्वजनिक नहीं होता लेकिन कहीं किसी काग़ज़ पर दर्ज तो होता ही है कि जब इस विभाग के ज़रिए विपक्ष को खोखला किया जा रहा था तब यहाँ काम करने वाले कौन लोग थे।

ED नई CBI है। मोदी राज में CBI का काम ख़त्म सा लगता है। इसकी साख ख़त्म हो चुकी थी इसलिए ED को लाया गया।

Advertisement. Scroll to continue reading.

विश्वदीपक-

पहली बात तो यह कि ED खुद किसी के खिलाफ़ केस फाइल नहीं कर सकती. ED के अधिकार के दायरे में यह नहीं आता. लेकिन जब मकसद ही ट्रॉल आर्मी को कंटेट मुहैया कराना हो तो फिर नियम की परवाह कौन करता है?

Advertisement. Scroll to continue reading.

यह भी एक रिकॉर्ड है पिछले 70 सालों का कि ED ने स्वयं संज्ञान लेते हुए राहुल गांधी और सोनिया गांधी के खिलाफ़ मामला दर्ज किया. यह इसलिए कह रहा हूं कि क्यूंकि ED का काम तभी शुरु होता है जब उसे केस रेफर किए जाते हैं. यहां ऐसा कुछ नहीं किया गया.

साफ है कि सत्ता पक्ष का मकसद राजनीतिक है.जनता का, विपक्ष का जवाब भी खांटी राजनीतिक होना चाहिए. इधर बीच बहुत लोगों को लगने लगा है कि ED इस देश की सबसे पवित्र, चैतन्य और सक्रिय संस्था है लेकिन ऐसा कतई नहीं है.

Advertisement. Scroll to continue reading.

रही बात मोदी सरकार की मज़बूती की. बहुत से लोगों ने कहा कि इंदिरा जी वाला फॉर्मूला नहीं चलेगा. याद दिलाना चाहता हूं कि महाराष्ट्र में जब विधानसभा चुनाव हो रहे थे तो सिर्फ ख़बर आई कि ED शरद पवार से पूछताछ कर सकती है. पवार ने कहा कि आप कष्ट मत कीजिए मैं खुद ही आ रहा हूं आपके दफ्तर.

ED से लेकर ED के अप्पा तक के हाथ-पाव फूल गए. इस घटना के बाद चुनाव का रुख निर्णायक रूप से बदला. इसके बाद आजतक ED ने शरद पवार का नाम नहीं लिया.

Advertisement. Scroll to continue reading.

कांग्रेस, शरद पवार से बड़ा प्रभाव पैदा कर सकती है. इस आपदा को बड़े अवसर में बदला जा सकता है. प्रियंका गांधी, राहुल जी को बस जाना है ED के दफ्तर तक. मैं भी चलूंगा. पूरी दिल्ली साथ चलेगी. पूरा विपक्ष जाएगा आपके साथ.

इस कथित केस हमेशा के लिए दफ्न कर देना चाहिए. ED और ED के अप्पा अगले कई सालों तक जुर्रत नहीं कर पाएंगे किसी के साथ बदमाशी करने की.

Advertisement. Scroll to continue reading.
1 Comment

1 Comment

  1. Adv.R P Jakhar

    June 3, 2022 at 4:28 pm

    ज़नता के राज़ पर महत्वकांक्षी एवं नैतिकताहीन मुनीमो ने कब्ज़ा करलिया।ज़नता को ज़गना चाहिए।नही तो ………।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement