Arun Maheshwari : मुरादाबाद में मोदी जी स्वाइप मशीन से भीख माँगने वाले एक भिखारी की कहानी सुना रहे थे। ऐसा एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी चल रहा है। अभी एबीवीपी न्यूज़ ने पड़ताल करके बताया कि यह वीडियो फ़र्ज़ी है। अर्थात, प्रधानमंत्री अपने कैशलेस के विज्ञापन में झूठी कहानी कह रहे हैं।
रवि कुमार : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुरादाबाद की अपनी रैली में जिस भिखारी वाले वीडियो का जिक्र किया था उसे बनाने वाली महिला मिल गई है। वह वीडियो कुलप्रीत कौर ने बनाया था। पीएम मोदी द्वारा अपने वीडियो का जिक्र होने पर कुलप्रीत काफी खुश हैं। कुलप्रीत ने बताया कि वीडियो उन्होंने 2014 की जनवरी में बनाया था। वीडियो के बारे में बात करते हुए कुलप्रीत ने कहा, मैंने और मेरे दोस्त ने उस पूरे सीन को लिखा और शूट किया था। मैंने देखा था कि भिखारी को भीख देने के लिए लोग ट्रैफिक सिग्नल पर खुल्ले पैसों के झंझट से जूझते हैं। कई बार खुल्ले पैसों के चक्कर में जाम लग जाता था। कई बार लोग खुल्ले ना होने पर भिखारी या जरूरतमंद को पैसे दिए बिना ही आगे बढ़ जाते थे। उस सबको सोचकर ही हमने ऐसी फिल्म बनाने के बारे में सोचा। भिखारी के बारे में बताते हुए कुलप्रीत ने कहा कि वह असली भीख मांगने वाला था जो कि उन्हें एक मंदिर के बाहर बैठा हुआ मिला था। वह मंदिर हैदराबाद के बंजारा हिल्स वाले रोड नंबर 12 पर है। कुलप्रीत ने आगे बताया कि उन्होंने बहुत सारे भीख मांगने वालों में से उसे ऐसे ही चुन लिया था। लेकिन उन्हें उसका नाम नहीं पता। कुलप्रीत ने बताया कि उन्होंने उस भीख मांगने वाले से कहा था कि उसे उनके लिए एक्टिंग करनी है। कुलप्रीत अपने एक दोस्त से उस पीओएस (प्वाइंट ऑफ सेल) मशीन को लेकर आई थीं जो भिखारी के पास दिखाया गया था।
साहित्यकार अरुण माहेश्वरी और रवि कुमार की एफबी वॉल से.