द वायर वेबसाइट में एक स्टोरी छपी है. चार पत्रकारों पर एक ही तरह के मामले दर्ज होने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने उनके साथ क्या सुलूक किया. जो गोदी मीडिया पत्रकार थे, उन्हें ज्यादा राहत दी गई. विनोद दुआ जैसे सत्ता के आलोचक पत्रकारों पर मी लार्ड की नजरे इनायत कम रही.
देखें इस पूरे प्रकरण पर पत्रकार संजय कुमार सिंह की टिप्पणी-