दिवाली में दिए ज़रूर जलाएं, लेकिन खुद के दिलो-दिमाग को भी रोशन करते जाएं. सहज बनें, सरल बनें, क्षमाशील रहें और नया कुछ न कुछ सीखते-पढ़ते रहें, हर चीज के प्रति संवेदनशील बनें, बने-बनाए खांचों से उबरने / परे देखने की कोशिश करें, हर रोज थोड़ा मौन थोड़ा एकांत और थोड़ा ध्यान जरूर जिएं.
आइए, सच्ची दिवाली मनाएं, मन के अंधेरे घटाएं.
आप सभी को दिवाली की बहुत-बहुत शुभकामनाएं.
मैं हर तरफ और हर किसी के लिए शांति-सुख-समृद्धि की कामना करता हूँ।
आभार
यशवन्त
फाउंडर, भड़ास4मीडिया डॉट कॉम
संपर्क : yashwant@bhadas4media.com