नीचे की तस्वीरें देखिए. कानपुर प्रेस क्लब चुनाव की हैं. लग रहा जैसे लोकसभा या विधानसभा का चुनाव हो रहा है. इस कदर प्रचार किया गया है. ये हाल तब है जब अध्यक्ष और महामंत्री पर सरस वाजपेयी व शैलेश अवस्थी निर्विरोध निर्वाचित किए जा चुके हैं. भारी पुलिस फ़ोर्स और बड़ी बड़ी होर्डिंग के बीच हुए चुनाव में लाखों रुपये खर्च किए गए.
देखें कुछ तस्वीरें-
देखें कौन हारा कौन जीता…
पढ़ें महामंत्री शैलेष अवस्थी की पोस्ट….
Shailesh Awasthi-
आभार, निवेदन और सहयोग… कल मतगणना पूरी होने के बाद प्रेस क्लब के चुनाव की प्रक्रिया भी पूर्ण हो गई। शांतिपूर्ण चुनाव के लिये ज़िला-पुलिस प्रशासन के साथ अध्यक्ष अविनीश दीक्षित और महामंत्री कुशाग्र पांडे के साथ पूरी चुनाव संचालन समिति की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही। सभी समाचारपत्रों, चैनलों के संपादकों, प्रबंधकों का आभार जिन्होने इस चुनाव में दिलचस्पी दिखाई और साथी पत्रकारों को प्रोत्साहित किया कि वे मतदान कर प्रेस क्लब को मजबूती दें। इस कारण ही 80 फीसदी से ज्यादा मतदान संभव हो सका। ब्राम्हानंद डिग्री कालेज के प्राचार्य श्री विवेक द्विवेदी और उनके स्टाफ का बहुत आभार, जिन्होने दिन-रात मेहनत और लगन से न केवल मतदान स्थल सजाया, बल्कि ऐसे मुकम्मल इन्तज़ाम किए जिससे चुनाव के प्रति आकर्षण बढ़ा। उन महिला पत्रकारों का भी शुक्रिया जिन्होने व्यस्त दिनचर्या से वक्त निकालकर मतदान किया। इस चुनावी यज्ञ में साथी संरक्षक (अब अध्यक्ष), सबके प्रिय, विनम्र और उत्साही सरस वाजपेयी की जितनी तारीफ़ की जाए कम है, उनकी बदौलत आज पत्रकार संगठित हैं। उनमें ऐसा चुंबकीय आकर्षण है कि उनकी बात कोई नहीं टालता और प्यार से हर बात स्वीकार करता है। उनका प्रबंध कौशल ही है कि चुनाव उत्सव बन गया। उन सभी बुजुर्ग पत्रकारों को भी ह्रदय से प्रणाम जो इस अवस्था में भी मतदान स्थल तक आशीर्वाद देने आए।
अब बात उन पत्रकारों की जो चुनकर प्रेस क्लब के पदाधिकारी बने हैं। उन्हें बहुत मेहनत करनी है, अपने आचरण से सिद्ध करना है कि किसी पत्रकार का वोट बेकार नहीं गया। वक्त के साथ अपने को बदलना है, पत्रकार हित के लिये कुछ ऐसा करना है कि अगली पीढ़ी उन्हें उनके काम से जाने और सम्मान दे। पत्रकारिता के पिलर को मजबूती देनी है। ऐसा कोई काम नहीं करना है जिससे प्रेस क्लब और पत्रकारिता को धब्बा लगे। किसी को सताना नहीं, बचाना है, किसी प्रताड़ित करना नहीं, परवाह करना है, किसी को झुकाना नहीं, खुद झुकना है, किसी को नीचा दिखाना नहीं, उठाना है। पत्रकार सत्य का प्रहरी होता है, सत्य की रक्षा के लिये मोमबत्ती सा जलना पड़ेगा और इसकी रक्षा के लिये अडिग रहना है, यह पत्रकार का धर्म है। ईश्वर ने हमें बड़ा काम दिया है और उसे पूजना है। ऐसा कर सके तो प्रेस क्लब के साथ आपकी गरिमा बढ़ेगी। परिवर्तन दिखना चाहिये। प्रेस क्लब पत्रकारों का मंदिर सरीखा होना चाहिये। इसे ऐसा ही बनाना है। संकल्प हैं जो आगे दिखेंगे भी। मुझे पक्का विश्वास है कि इसमें सभी वरिष्ठ्जनों, संपादकों, पत्रकार साथियों और पदाधिकारियों का सहयोग ज़रूर मिलेगा। अविनीश दीक्षित और कुशाग्र पांडे तो हर कदम साथ देंगे ही, उन पर मुझे अधिकार है। सभी पूर्व पदाधिकारियों का स्नेह मिलेगा, ऐसा भरोसा है। अनुज नीरज अवस्थी का भी साथ मिलेगा। उनका वादा है। नामांकन वापस लेकर बड़ा दिल दिखाया है।जो साथी चुनाव में सफल नहीं हो सके हैं, वे मन छोटा न करें, आपके हौसले को नमन, आपकी बड़ी भुमिका है जो साथ रहकर निभानी है, आपमें भरपूर उर्ज़ा है, इसका सकारात्मक इस्तेमाल करना है। हम सब मिलकर प्रेस क्लब और पत्रकारिता को नई बुलंदी देंगे, ऐसी सोच और संकल्प के साथ आप सभी का आभार, साथ ही चुने गये साथियों को शुभकामनाएं••••
कानपुर प्रेस क्लब पदाधिकारी
अध्यक्ष – सरस बाजपेयी जी(दैनिक जागरण)
महामंत्री – शैलेश अवस्थी जी(अमृत विचार)
वरिष्ठ उपाध्यक्ष -गौरव सारस्वत(दैनिक आज)
कनिष्ठ उपाध्यक्ष-मनोज यादव(दीनार टाईम्स)
कोषाध्यक्ष – सुनील साहू (सहारा समय)
वरिष्ठ मंत्री – मोहित दुबे (के न्यूज)
कनिष्ठ मंत्री – शिवराज साहू (इंडिया न्यूज़)
वरि० कार्यकारिणी – कौस्तुभ शंकर मिश्रा (लोकभरती)
कार्यकारिणी
गगन पाठक (दै०आज)
विवेक पांडेय (भारत समाचार)
अंकित शुक्ला (इंडिया टीवी)
दीपक सिंह (खोजी नारद)
दिवस पाण्डेय (दै०मीटू)
मयंक मिश्र (वर्ल्ड खबर)
उत्सव शुक्ला (दैनिक आज)
अमन चतुर्वेदी (के न्यूज)
मोहम्मद नौशाद (सियासत जदीद)
रोहित निगम (न्यूज 18)
अरुण श्रीवास्तव
September 22, 2023 at 11:42 am
क्या बात है अपने आप को सबसे बड़े मीडिया हाउस में से एक मानने वाले सहारा मीडिया का एक भी पत्रकार नहीं है। इस संस्था का कानपुर से राष्ट्रीय सहारा और इसी नाम से उर्दू में आलमी सहारा( उर्दू में शायद हिंदी डेली को यही कहते होंगे) का प्रकाशन होता है। बावजूद इसके एक भी पत्रकार संस्था का पदाधिकारी नहीं है।
Jyoti
November 23, 2023 at 10:32 am
Sir hum kanpur dm
Adcp
ACP
In sab ke yaha Jaa Jaa kar Dak gaye hai
Ab to lagata hai hum mar Jaye tab humari sunvai hogi
Jyoti
November 23, 2023 at 10:25 am
सुप्रभात सर
सर हमारे मां विकलांग और सीनियर सिटीजन हैं, मैंने एक साल पहले रजिस्ट्री प्लॉट लिया था, जो दाखिल खारिज है, आज तक उनके प्लॉट में कर्ज नहीं मिल पा रहा है, अधिकारी के पास जा कर भी कोई मदद नहीं मिल सकती, कृपया आप लोग मेरी मदद करें करेंगे