Sheetal P Singh : रामराज्य में… उत्तर प्रदेश के भदोही में एक महिला ने अपने पाँच बच्चों को गंगा नदी में फेंक दिया। पुलिस ने महिला को गिरफ़्तार कर लिया है और सफ़ाई में उसे अस्थिर चित्त का बताया है!
‘सत्यहिंदी’ वेबसाइट पर हम लगातार क़रीब सैंतालिस फ़ीसदी आबादी के तालाबंदी के चलते मौत के मुँह की सीमा पर पहुँच जाने की सच्चाई विभिन्न बहसों में दिखाते रहे हैं। योगी सरकार और मोदी जी बिना तैयारी के सिर्फ़ पुलिस की लाठी के बल पर सब चंगा सी चलवा रहे हैं। बहुत ही दुर्घर्ष भविष्य हमारे सामने है।
उधर, देश को ज़बरदस्ती पुलिस के डंडे से लॉकडाउन तो कर दिया गया लेकिन एन डी टी वी की दो रिपोर्टों से ही पर्दाफ़ाश है (बाक़ी सारे चैनल क्रिमिनल हैं वे जमात पर रिसर्च पूरी करने में बिजी हैं) कि यह कितनी बोगस तैयारियों के आधार पर किया गया है।
पहली रिपोर्ट मुकेश सिंह सेंगर की है जो दिल्ली के कश्मीरी गेट के तीन शेल्टर होम्स को उग्र भीड़ द्वारा फूंक दिये जाने की व्यथा कह रही है। रिपोर्ट में बयान हैं कि वहाँ खाने पीने को लेकर रोज़ाना हिंसा हो रही है और वहाँ रहने वालों की पुलिस से हाथापाई में हत्या तक हो जा रही है । ऐसे ही एक मामले की परिणति एक रहवासी की कल मौत होने से हिंसा भड़क उठी! (यह स्टार राजनेता केजरीवाल का रिपोर्ट कार्ड है)!
दूसरी रिपोर्ट रवीश रंजन शुक्ल ने नोएडा से की है जहां दिन के दो बजे जबरन रोक लिए गए मज़दूर भूखे बैठे मिले और हेल्पलाइन का हर नं बेबस नज़र आया । रिपोर्टर के कई बार मिलाने पर उठा ही नहीं!( यह देश के सबसे बड़े राज्य के सबसे बड़बोले मुख्यमंत्री के सबसे बेहतर ज़िलाधिकारी (हाल ही में नियुक्त) के पुलिस राज का कच्चा चिट्ठा है)!
फ़ेसबुक के तमाम जातिवादी सांप्रदायिक मक्कार कमेंट्रीकार भी सिर्फ़ उन्हीं विषयों पर पोस्ट डालते हैं जिनको फेकन्यूज के बादशाह टीवी चैनलों द्वारा दिन भर परोसा जाता है । या वे मुझ जैसों को सलाह देने/ भटकाने/ आलोचना करने आ धमकते हैं। बहुत बेबसी है, सरकारी टीवी पर रामलीला चल रही है, मानस में गुसाँई जी कह ही चुके हैं “सब ते भले विमूढ़ जिनहिं न व्यापहिं जगत गति “!
वरिष्ठ पत्रकार शीतल पी सिंह की एफबी वॉल से.
Shubham Verma
April 13, 2020 at 11:13 pm
खबर डिलीट कर दीजिए.. पति से झगड़े के बाद पत्नी ने बच्चों को नदी में फेंका.. भूख वाली बात गलत है