रजत अमरनाथ-
केजरीवाल जी काहे घबरा रहे हो…. मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी और उसके रिमांड पर जाने पर अभी तो आपकी पूरी कैबिनेट तिहाड़ जेल में लगेगी।
सत्येंद्र जैन पहले से ही जेल में है। मनीष सिसोदिया रिमांड के बाद तिहाड़ पहुंचेंगे। उसके बाद नंबर लगेगा गोपाल राय और कैलाश गहलोत का। इनके खिलाफ सीबीआई और एंटी करप्शन ब्यूरो में फेयर कलेक्शन स्कीम के तहत कॉमन यूटिलिटी कार्ड घोटाले अंकित है।
उसके बाद नंबर लगेगा लो फ्लोर बसों की खरीद-फरोख्त में हुई धांधली का।
मनीष सिसोदिया शराब स्कैम के साथ साथ ही जासूसी कांड में भी फंसे हुए हैं जिसकी सीबीआई F I R रजिस्टर्ड कर चुकी है। आने वाले वक्त में दिल्ली जल बोर्ड घोटाला भी सामने आएगा और जो यह स्कूल स्कूल खेलते हैं उसमें भी हुई गड़बड़ियों पर सीबीआई और दूसरी लॉ एनफोर्समेंट एजेंसी की नजर है…
तो देखते जाइए, अभी आने वाले वक्त में ऊंट किस करवट बैठेगा…..
बात अक्टूबर 2016 की है, एक दिन पुराने दोस्त Yusuf Ansari मेरे घर आए तो कुछ पुरानी बातें चल निकली क्योंकि युसूफ और हम ज़ी न्यूज़ में इकट्ठा काम कर चुके थे और हमारे साथ ही मनीष सिसोदिया भी काम कर चुके थे. हम तीनों ने 1999 से लेकर 2002 तक साथ काम किया था तो अचानक युसूफ अंसारी बोलने लगे चलो आज मनीष से मिलकर आते हैं और हम दोनों मनीष के घर की तरफ चले गए.
वहां पहुंचे तो पता चला मनीष सिसोदिया अभी-अभी कुछ शराब के ठेकों पर छापामारी करके आए हैं क्योंकि आबकारी विभाग भी उनके पास था. इतने हम उसके ऑफिस में जो घर पर ही था उसमें बैठे. जब मनीष सिसोदिया आए तो उनसे कुछ पुरानी बातें होने लगी.
उस टाइम मैंने मनीष से कहा “क्यों जबरदस्ती यह शराब के ठेके पर छापामारी कर रहा है जब सब कुछ सही चल रहा है” तो मनीष ने कहा कि “इन सब को टाइट करना है”.
मैंने उससे कहा टाइट करने के चक्कर में कहीं कुछ गलत हो गया या कर दिया तो सीबीआई के रडार पर आ जाएगा तो यूसुफ ने भी कहा “सही बात है राजनीति में अब तुम पत्रकार नहीं हो तो जरा संभल के चला कर” तो मनीष बोला “यार सीबीआई के रडार पर भी आ जाएंगे तो टीआरपी तो मिलेगी नाम तो हो जाएगा” और इसी नाम के चक्कर में आज मनीष सिसोदिया न सिर्फ सीबीआई के रडार पर है बल्कि गलत तरीके से आबकारी नीति बनाने के चक्कर में और उसे फिर वापस लेने के चक्कर में भी सीबीआई के हत्थे चढ़ा हुआ है अब उसे भरपूर “टीआरपी” मिलेगी.