एक पत्रकार ने ट्वीट किया कि मोदी फ्रांस में हैडफोन के बिना फ्रेंच कैसे सुन रहे थे? बाद में साफ हुआ कि मोदी के पास एक कान वाला इयरपीस था जो दूसरी तरफ से ओझल था। फिर एक पत्रकारा ने लिखा कि मोदी लुई वीतों का शॉल ओढ़े हुए थे, हाथकरघे का शॉल पेरिस में ज्यादा फबता। हालांकि मोदी महंगे पहनावे के लिए जाने जाते हैं, पर जो नहीं था वह नहीं था। लुई वीतों ने इनकार करते कहा कि वे तो ऐसे शॉल बनाते ही नहीं। ऐसे ही उस शॉल पर मोदी के नाम वाला ‘एनएम-एनएम’ लिखा ट्वीट भी मैंने देखा जिसकी पुष्टि नहीं होती; बहुत संभव है कि वह भी फोटोशॉप का खेला हो।
और अब एक वीडियो प्रसार सामने आया है जिससे लगता है कि जर्मनी की चांसलर अंगिला मेर्कल ने हाथ मिलाने से इनकार कर भारत के प्रधानमंत्री का अपमान किया, जबकि वे हाथ मिलाने की रस्म दोनों देशों के झंडों के साये में अदा करने को कह रहीं थीं, जो तुरंत हुआ भी – पर शरारती वीडियो उस दृश्य को काट देता है!
भाई, मोदीजी पर नजर हम भी रखते हैं और आग्रह हमारे भी कम नहीं, पर यह कुछ ज्यादा नहीं हो गया? ऐसे हवा-हवाई चलेगा तो हम ‘निंदकों’ की हर टीप किसी रोज यों ही हवा होने लगेगी! मैं ऐसे (जानते-बूझते किए जाने वाले) कुकर्म की भी निंदा करता हूँ। अकारण नहीं कि अब पाकिस्तान के टीवी चैनलों पर यह कटा-पिटा वीडियो दिखाया जा रहा है!
जनसत्ता के संपादक ओम थानवी के एफबी वॉल से
Comments on “इतना भी हवा-हवाई मत करो भाई, मोदीजी पर नजर हम भी रखते हैं : ओम थानवी”
मालूम है जनाब। आप पैदा ही लिए हैं मोदी पर नजर रखने के लिए।
Apni Sehat ka Khayal rkhen sir..Jinse Modi ko Vote diya hai usi ka Unpaer raKhne ka Bhi hak hai.