नवतेज टीवी चैनल की ओर से जो आधिकारिक बयान जारी किया गया है उसे नीचे हूबहू प्रकाशित किया जा रहा है-
नवतेज टीवी के कुछ चुनिंदा कर्मचारियों ने नॉएडा पुलिस के पास अर्ज़ी लगायी चैनल के खिलाफ ये इलज़ाम लगाते हुए कि चैनल को चलाने वाले एडिटर रोहित तिवारी और सीओओ अनुराग पांडेय चैनल को बंद कर बिना किसी का वेतन दिए भूमिगत हो गए हैं। लेकिन ये आरोप सच नहीं है। असल में चैनल में 28 मई को कुछ कोरोना संदिग्ध पाए गए थे जिसके चलते चैनल को 14 के लिए व्हील पे डाल के सभी कर्मचारियों को घर पे क्वारंटाइन रहने के लिए कहा गया था।
कोरोना काल में कितनी बड़ी कंपनियां बजट की किल्लत से जूझ रही हैं ये तो किसी से नहीं छुपा है, और मीडिया जगत में भी कई बड़े छोटे चैनल भी इसी स्थिति का सामना कर रहे हैं। नवतेज टीवी के लांच होने के एक महीने बाद लॉक डाउन हो गया। ऐसे में चैनल में पैसा लगाने वाले इन्वेस्टर्स भी थोड़ा समय चाहते थे, स्थितियों को अपने अनुकूल बनाने के लिए।
8 जून को एडिटर रोहित तिवारी की चैनल के सारे सीनियर्स के साथ बैठक हुई और उस बैठक में ये साझा किया गया कि चैनल को एक महीने के लिए होल्ड पे रखा जायेगा, बजट के पुनर्गठन के लिए। ये वादा भी किया गया कि एक महीने के अंदर चैनल को होल्ड से हटा कर कार्यरत कर सबके वेतन भी दिए जायेंगे। तब तक चैनल व्हील पे ही चलेगा।
उसके बाद भी लगातार चैनल के मैनेजमेंट की ओर से सीनियर कर्मचारियों के साथ संवाद चलता रहा ताकि हर कर्मचारी को स्थिति का जायज़ा मिलता रहे। अब एक तरफ चैनल लगा हुआ था निवेश और बजट के पुनर्गठन में ताकि चैनल को दुबारा बिना किसी बाधा के कार्यरत किया जा सके लेकिन दूसरी तरफ कुछ असामाजिक तत्व चैनल को बदनाम कर झूठी अफवाहों को फैलाने के अपने काम में लगे हुए थे।
चैनल के बंद होने की मनगढंत कहानी फैलते ही कर्मचारियों के मन में डर बैठ गया और कुछ लोग पहुंच गए नॉएडा पुलिस के पास अपने अज्ञानता से जन्मे दुखों की याचिका लेकर, बिना तथ्यों को परखे ही।
उन्होंने शायद ध्यान नहीं दिया कि चैनल अब भी एयरटेल नंबर 324, देश के विभिन्न केबल नेटवर्क्स और OTT पे लाइव है। चैनल को डिजिटल माध्यमों से भी बखूबी चलाया जा रहा है।
सिर्फ यही नहीं, नवतेज टीवी का पंजाबी और नवतेज टीवी तेलुगु, नवतेज टीवी बांग्ला चैनल भी पूरी तरह कार्यरत है और ज़ोरों-शोरों से अपने कामों में लगा हुआ है।
तो भाई, एक बंद हुआ चैनल जिसके मालिक भाग गए हो, वो इतनी तेज़ी से काम कैसे कर रहा है। इसका सीधा जवाब बस इतना सा ही है कि बढ़ते पौधे को देख दूसरे बागान के मालियों से बात पचती नहीं है और वो जी-तोड़ कोशिश करते हैं कि पड़ोसी का पौधा पेड़ बनने से पहले ही उखड जाए।
पर नवतेज टीवी का पौधा कोई कमजोर पौधा नहीं है और हर तरह की अफवाहों को झुठलाते हुए ये अपनी सफलता का लोहा मनवा के ही दम लेगा।
नवतेज टीवी में जो मुसीबतों का दौर था वो ख़त्म हो चुका है और इसी हफ्ते चैनल व्हील से हटकर वापस कार्यरत होने जा रहा है। नॉएडा में सेक्टर 4 के उनके दफ्तर में सभी कर्मचारियों को वापस काम पे आने के लिए सन्देश भी भेज दिया गया है।
वैसे नवतेज टीवी को लेकर गलत ख़बरों का सिलसिला कोई नया नहीं है। पहले भी उत्तर प्रदेश के एक रिपोर्टर ने अफवाह फैलाई थी कि नवतेज टीवी के ऊपर ED ने छापा मारा है। चैनल ने सख्त कदम उठाते हुए उस रिपोर्टर के खिलाफ FIR भी दर्ज करवाई थी।
इस बार भी चैनल चुनिंदा कर्मचारियों की झूठी अफवाहों पे सख्त कदम उठाने की सोच रहा है। नवतेज टीवी मीडिया जगत का नया खिलाड़ी है जो अपनी ख़बरों से अपना डंका बजाएग।
प्रेस रिलीज