: कानाफूसी : सहारा समूह के न्यूज चैनल ‘समय’ से एक सूचना है कि चैनल पर करीब पंद्रह बीस दिन से ‘आपरेशन महावत’ नामक एक स्टिंग आपरेशन दिखाए जाने को लेकर प्रोमो चलाया जा रहा था लेकिन फाइनली यह कार्यक्रम दिखाया नहीं गया. यह स्टिंग आपरेशन बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा पर आधारित बताया जाता है. प्रोमो में बार बार हाथी का जिक्र किया जाता रहा. हाथी को हांकने वाले, चलाने वाले महावत का जिक्र कर सतीश चंद्र मिश्रा की तरफ इशारा किया जाता रहा.
जब सहारा के लोगों ने सतीश चंद्र मिश्रा से मोलभाव शुरू किया तो उनने दूर तक और देर तक कोर्ट में दौड़ाने की बात कह सहारा वालों को डरा दिया. हालांकि सहारा वालों ने भी कोर्ट वगैरह में देख लेने की बात कह कर न डरने का जस्चर दिखाया लेकिन देर तक टिक न पाए. बाद में बीच बचाव का रास्ता अपना कर मामले को सेटल कर रफा दफा कर दिया गया.
चर्चा है कि इस पूरी कवायद में सहारा मीडिया के एक दो लोगों पर प्रतीकात्मक रूप से गाज भी गिराई गई है ताकि सतीश चंद्र मिश्रा को यह दिखाया जा सके कि गलत करने वालों के खिलाफ एक्शन ले लिया गया है. फिलहाल लखनऊ से लेकर दिल्ली तक टीवी मीडिया की दुनिया में इस न दिखाए गए स्टिंग की खूब चर्चा है. सहारा से जड़े वरिष्ठ लोग इस पूरे घटनाक्रम पर चुप्पी साधे हुए हैं. इस कांड की खबर सुब्रत राय तक भी तिहाड़ जेल में पहुंच गई है. देखना है कि यह मामला आगे क्या रूप लेता है.
एक मीडियाकर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.