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उत्तर प्रदेश

यूपी की सपा सरकार की धोखाधड़ी से खिन्न हैं वरिष्ठ पत्रकार शंभूनाथ शुक्ला

Shambhu Nath Shukla : फेसबुक पर आजकल समाजवादी पार्टी के प्रवक्तागण आँधी की तरह टूट पड़े हैं। हो सकता है कि मुख्यमंत्री का निर्देश हो पर अगर वे इस सोशल साइट के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री को यह अवगत कराएं कि उनके सूबे में किस कदर कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ रही हैं और कैसे जमीन माफिया गाजियाबाद व नोएडा की जमीनों पर कब्जा कर रहा है तो ज्यादा समीचीन होगा।

<p>Shambhu Nath Shukla : फेसबुक पर आजकल समाजवादी पार्टी के प्रवक्तागण आँधी की तरह टूट पड़े हैं। हो सकता है कि मुख्यमंत्री का निर्देश हो पर अगर वे इस सोशल साइट के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री को यह अवगत कराएं कि उनके सूबे में किस कदर कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ रही हैं और कैसे जमीन माफिया गाजियाबाद व नोएडा की जमीनों पर कब्जा कर रहा है तो ज्यादा समीचीन होगा।</p>

Shambhu Nath Shukla : फेसबुक पर आजकल समाजवादी पार्टी के प्रवक्तागण आँधी की तरह टूट पड़े हैं। हो सकता है कि मुख्यमंत्री का निर्देश हो पर अगर वे इस सोशल साइट के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री को यह अवगत कराएं कि उनके सूबे में किस कदर कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ रही हैं और कैसे जमीन माफिया गाजियाबाद व नोएडा की जमीनों पर कब्जा कर रहा है तो ज्यादा समीचीन होगा।

जमीन माफिया पार्कों और हरित पट्टी पर कब्जे करवा रहा है। मैं गाजियाबाद के वसुंधरा इलाके में जहां रहता हूं वहां पर सामने के सेक्टर सात का पूरा भूखंड हरित पट्टी और पार्क के लिए छोड़ा गया था इसीलिए हमसे जमीन का रेट आवास विकास प्राधिकरण ने ज्यादा लिया। पर इस इलाके में बसावट पूरी हो जाने के बाद भी इस सेक्टर में न तो पार्क बना न हरित पट्टी जबकि हमारे फ्लैट नगर निगम को हैंडओवर कर दिए गए तथा हाउस व वाटर टैक्स भी वसूला जा रहा है।

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अकेले गाजियाबाद ही नहीं कानपुर के साकेतनगर इलाके में जहां मेरा मकान है वह पार्क फेसिंग था और इसीलिए उस प्लाट की कीमत हमसे फालतू ली गई। पर पिछले चार दशकों में पार्क बनना तो दूर वहां अराजक तत्वों का वास रहा। पार्क अभी तक नहीं है। अब सुना है सपा सरकार ने वह जमीन बेच दी। सपा सरकार के मुखिया से अनुरोध है कि हमसे जो अतिरिक्त पैसा उस समय लिया गया था उसे आज के सर्किल रेट से वापस किया जाए और साथ में उन सारे अफसरों पर कार्रवाई भी की जाए जिन्होंने पार्क की जमीन बेची। अन्यथा मुझे भी किसी स्वामी की तरह कोर्ट के जरिए इंसाफ मांगने पर मजबूर होना पड़ेगा। फिर सपा के कार्यकर्ता अन्ना द्रमुक कार्यकर्ताओं की तरह वफादार भी नहीं हैं जो अपने नेता को सजा सुनाए जाने पर छाती पटक-पटक कर रोएं।

वरिष्ठ पत्रकार शंभूनाथ शुक्ला के फेसबुक वॉल से.

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0 Comments

  1. अतुल

    September 29, 2014 at 5:08 pm

    बिल्कुल सही कहा है शुक्ला जी ने उ प्र में गुंडों की सरकार है एक गुंडा परिवार वहा की ऐसी तैसी करने में लगा है

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