Connect with us

Hi, what are you looking for?

सुख-दुख

वरिष्ठ पत्रकार राधेश्याम दुबे का निधन

पुराने कम्युनिस्ट, वरिष्ठ लेखक, पत्रकार, रेडियो प्रस्तोता, अनुवादक और विचारक राधेश्याम दुबे (91वर्ष) का देहान्त हो गया। दुबे जी की बेटी भारती मास्को से भारत आ गई हैं। मूल रूप से इटावा (उ.प्र.) के निवासी दुबेजी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एम०ए० और एल०एल०बी० की पढाई की और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़े।

<p>पुराने कम्युनिस्ट, वरिष्ठ लेखक, पत्रकार, रेडियो प्रस्तोता, अनुवादक और विचारक राधेश्याम दुबे (91वर्ष) का देहान्त हो गया। दुबे जी की बेटी भारती मास्को से भारत आ गई हैं। मूल रूप से इटावा (उ.प्र.) के निवासी दुबेजी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एम०ए० और एल०एल०बी० की पढाई की और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़े।</p>

पुराने कम्युनिस्ट, वरिष्ठ लेखक, पत्रकार, रेडियो प्रस्तोता, अनुवादक और विचारक राधेश्याम दुबे (91वर्ष) का देहान्त हो गया। दुबे जी की बेटी भारती मास्को से भारत आ गई हैं। मूल रूप से इटावा (उ.प्र.) के निवासी दुबेजी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एम०ए० और एल०एल०बी० की पढाई की और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़े।

पिछली सदी के पांचवे दशक के मध्य में वह बम्बई में पार्टी के मुख्यालय पहुँच कर हिंदी साप्ताहिक के सम्पादकीय विभाग में काम करने लगे। 1955 में उन्होंने मास्को रेडियो में हिन्दी कार्यक्रमों के प्रस्तोता की ज़िम्मेदारी संभाली और लगभग तीन दशक तक यहाँ कार्य करने के बाद भारत आ गए। दुबे जी ने अनेक रूसी रचनाओं का हिन्दी में अनुवाद किया। लोक प्रकाशन गृह,दिल्ली ने उनके लेखों के दो संग्रह प्रकाशित किये हैं-“कहानी एक मजमून की” और “बदलती तस्वीरें”।

Advertisement. Scroll to continue reading.
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement