
मीडिया फील्ड से इन दिनों बुरी खबरें ही रही हैं. चंडीगढ़ में दैनिक भास्कर के मीडियाकर्मी ने काम के दबाव व नौकरी जाने की धमकी से सुसाइड करने को मजबूर हुआ तो आज जानकारी मिली है कि हिंदुस्तान अखबार के एक संवाददाता ने छंटनी के बाद सदमे में ब्रेन हैमरेज का शिकार हो गया. उनका इलाज चला लेकिन बचाया न जा सके.
हिंदुस्तान अखबार के इस संवाददाता का नाम है राजीव सारस्वत. ये हिंदुस्तान अखबार के टुंडला संवाददाता थे. उनका आगरा के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था. बताया जाता है कि पिछले माह उनको नौकरी से हटा दिया गया था. इसे लेकर वो बहुत तनाव में थे. इसी तनाव में 27 अगस्त को उन्हें ब्रेन स्ट्रोक हुआ. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. अब खबर आ रही है कि उनका निधन हो गया है.
इस घटना से आगरा मंडल के पत्रकारों में शोक की लहर है. मीडिया कर्मी हिंदुस्तान प्रबंधन और संपादक को बददुवाएं दे रहे हैं जो लगातार गैरकानूनी तरीके से छंटनी कर लोगों के पेट पर लात मार रहे हैं. नौकरियां जाने से लोग तनावग्रस्त हो जा रहे हैं क्योंकि उनके आगे रोजीरोटी का संकट खड़ा हो जा रहा है. ज्यााद पैसे वाले तो लगातार अखबारों में कुर्सी तोड़ रहे हैं पर कम पैसे पाने वाले निचले लेवल के संवाददाता, स्ट्रिंगर आदि को नौकरी से निकाला जा रहा है.

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One comment on “छंटनी के बाद सदमे में आए ‘हिंदुस्तान’ संवाददाता की ब्रेन हैमरेज से मौत”
यह चर्चा में दम है कि राजीव की मौत काम से हटाने से सदमे की वजह से हुई,हालांकि अखबार प्रबंधन यहां भी तथ्यों पर पर्दा डालकर वेतन स्लिप की बात उछाल कर यह कहना चाह रहा है कि निकाला नहीं था।इस केस में सुना है कि छंटनी नहीं हुई थी, छंटनी करनी थी तो उसकी जगह दूसरा व्यक्ति क्यों रखा रखा है!!