विजय शंकर सिंह-
रिटायर्ड आईपीएस दिनेश चंद्र पांडेय जी (नजर कानपुरी) का दुःखद निधन हो गया है।
डीसी पांडेय सर की मृत्यु, लखनऊ स्थित, उनके मकान में शार्ट सर्किट से लगी आग में झुलस जाने के कारण हो गई है। उस दुर्घटना में, उनकी पत्नी तथा बेटा गम्भीर रूप से जल जाने के कारण, लखनऊ के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती हैं।
पांडेय जी साहित्यिक रुचि के भी थे। वे नजर कानपुरी के नाम से गीत और गजल लिखते थे। उनकी इस दुखद मृत्यु से हम सब शोकाकुल और स्तब्ध हैं। मैडम पांडेय और उनके बेटे, शीघ्र स्वस्थ हों, यही शुभकामना है।
डीसी सर को, विनम्र श्रद्धांजलि।
इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे ने सुबह-सुबह मुझे अंदर तक हिला दिया। पाण्डेय जी से मेरे भी निजी संबंध थे। वे पुलिस अफसर के साथ बेहतरीन इंसान थे। उनकी अनेक स्मृतियाँ मेरे मानस पटल पर घूम रही है…नमन सर। मैं आपके शब्द भाव से खुद को सम्बद्ध करता हूँ। मैडम और बेटा, जल्दी स्वस्थ हों, ऐसी प्रार्थना है। -दिनेश पाठक
आजकल तो प्रायःपक्के मकान ही होते हैं। सार्टसरकिट से किसी पक्के निवास मे इतनी बड़ी दुर्घटना एक आश्चर्यजनक और बड़े दुःख की बात है। ईश्वर उनके परिवार को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ दें एवं दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें। ऊँ शांति शांति शांति। -नारायण प्रसाद
बद्री प्रसाद सिंह-
नज़र कानपुरी नहीं रहे। बीती रात सेवानिवृत्त पुलिस उप महानिरीक्षक, दिनेश चंद्र पांडेय जी की लखनऊ स्थित मकान में शार्ट सर्किट से लगी आग में झुलस जाने से मृत्यु हो गई।उनकी पत्नी तथा बेटा गम्भीर रूप से जलने से राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती हैं।
पांडेय जी हमारे साथ १९७७ में पीटीसी मुरादाबाद में पुलिस उपाधीक्षक का प्रशिक्षण लिया था, यद्यपि सेवा में मुझसे दो वर्ष वरिष्ठ थे। पांडेय जी अच्छे पुलिस अधिकारी होने के साथ कई नाट्य संस्थाओं से जुड़े थे, पुलिस सेवाकाल में लखनऊ में प्रत्येक वर्ष होने वाले पुलिस सप्ताह में वह नाटक प्रस्तुत करते थे।वह अच्छे शायर भी थे और नजर कानपुरी के नाम से मुशायरों में शिरकत करते थे। उनकी कई पुस्तकें भी प्रकाशित हुई थी।
पांडेय जी अभी पूर्ण रूप से स्वस्थ थे और सेवानिवृत्ति के बाद इंडिया बुल कंपनी में सुरक्षा सलाहकार के रूप में अपना योगदान दे रहे थे।उनकी इस असामयिक मृत्यु से हम सब दुःखी और मर्माहत हैं। ईश्वर उन्हें अपने चरणों में स्थान दें एवं श्रीमती पांडेय और बेटे को शीघ्र स्वस्थ करें। पांडेय जी को विनम्र श्रद्धांजलि एवं शत शत नमन।
अभी अखबार में यह दुखद समाचार देख रहा था। कमरे में वेन्टीलेशन बिल्कुल ही नहीं था जिसकी वजह से धुंआ जानलेवा हो गया। ऐसी घटनाएँ बड़ी तकलीफदेह होती हैं। विनम्र श्रद्धांजलि। -स्वप्नेश कुमार पांडेय
Very shocking news or all of us.He was a talented Police Officer and good human being.He was always a life in our RESPOA monthly meetings.May God give peace to departed soul .I pray to Hod for earlier recovery of Mrs Panadey and his son. – Shushil Kumar Singh