देहरादून। चिकित्सक द्वारा एक महिला पेशेंट के साथ अभद्रता की खबर चलाने वाले पत्रकार ने ऋषिकेश की एक महिला नेत्री और तीन पार्षदों पर मारपीट का आरोप लगाया है।
प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए दुर्गेश मिश्रा और उनके साथी रजत प्रताप सिंह ने बताया कि 12 अप्रैल को जानकारी मिलने पर अपने पोर्टल ‘उत्तराखण्ड का आदित्य’ में एक खबर चलाई। इसमें एक चिकित्सक पर महिला मरीज से अभद्रता करने का आरोप था। इस प्रकरण में लिखी गई खबर में किसी का भी नाम नहीं था।
13 अप्रैल को उन्हें एक व्यक्ति ने फोन कर ऋषिकेश की एक महिला नेत्री से मिलने के लिए बुलाया। वे दोनों महिला नेत्री से मिलने के लिए चले गये क्योंकि वे लोग महिला नेत्री द्वारा किए जा रहे कार्यों की खबरें अपने पोर्टल से प्रकाशित करते रहते थे। उन्हें बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि उन्हें क्यों बुलाया गया है।
दुर्गेश मिश्रा ने बताया कि जब वे दोनों महिला नेत्री के देहरादून रोड स्थित कैम्प कार्यालय में पहुंचे तो महिला नेत्री व तीन पार्षद, आधा दर्जन लोगों ने उन दोनों को घेर कर उनसे मारपीट शुरू कर दी। महिला नेत्री द्वारा तब यही कहा गया कि उनके पति के खिलाफ खबर क्यों लिखी। इस दौरान उनके मोबाइल भी छीन लिए और बंधक बना कर एक कमरे में बैठा दिया जहां पानी मांगने पर भी पीटा गया।
रजत प्रताप सिंह ने बताया कि महिला नेत्री और उनके समर्थक पार्षदों द्वारा घंटों उन्हें यातनाएं दी गई और मानसिक रूप से भी प्रताड़ित किया गया। दबाव में उनकी रिपोर्ट भी दर्ज नहीं की जा रही है। जब खबर में मेयर का कहीं जिक्र ही नहीं था तो उन्होंने कैसे यह कह दिया कि यह उनके घर का मामला है। यदि वह कहती हैं कि उनकी खबर नहीं तो उन्होंने उन दोनों को प्रताड़ित क्यों किया।
रजत ने कहा कि उन्होंने सीएम और डीजीपी को भी पत्र दिया है। यदि तब भी कोई कार्यवाही नहीं होती है तो वे कोर्ट की शरण में जाएंगे।