श्रीप्रकाश दीक्षित-
धीरुभाई के बड़े बेटे मुकेश अम्बानी से भारत और एशिया के पहले अमीर का खिताब छीनने के बाद अडानी दुनिया के तीसरे अमीर बन चुके हैं.. मुकेश अम्बानी और गौतम अडाणी के बीच क्या समानता है?
पहली और सबसे असरदार समानता तो यह की दोनो ही प्रधानमंत्री मोदी के गृह प्रदेश गुजरात के हैं. दूसरी ओर सबसे शर्मनाक समानता यह कि अमीरी के नए नए रिकार्ड वाले दोनों धनपति दान-पुण्य याने चैरिटी में बेहद कंजूस हैं. इस मामले में दोनों विप्रो के अजीम प्रेमजी औ एचसीएल के शिव नाडार जैसों के आगे बौने ही नजर आते हैं.
चैरिटी में सबसे ऊपर वालों की जो ताजा सूची सामने आई है उसमे गौतम अडाणी पहले पांच में नजर नहीं आते हैं.वो छठवें पर भी ना होकर सांतवें स्थान पर हैं.
उनके जैसे ही मुकेश अम्बानी जब देश के रईस नंबर वन हुआ करते थे तब चैरिटी में छठवें-सातवें पायदान पर रहे थे.ऐसा भी हुआ है जब वो चैरिटी में अग्रणी दस हस्तियों की सूची से नदारद थे.बाद में बमुश्किल तीसरे स्थान पर आए हैं पर उनकी दरियादिली घर परिवार तक ज्यादा सीमित है।मसलन फोर्ब्स के मुताबिक उनका एंटीलिया दुनिया का सबसे मंहगा घर है.उन्होंने पिछले महीनों दुबई में 640 करोड़ और लंदन में 592 करोड़ के विशाल बंगले खरीदने के बाद दो तीन दिन पहले ही दुबई में 1352 करोड़ की हवेली भी खरीदी है.उनके पास करोडों की लक्जरी याट है जो विशाल आकार के चलते समुद्र मे तैरती कोठी नजर आती है.
मोदीजी द्वारा बिहार, जम्मू-कश्मीर, गोवा और मेघालय के गवर्नर बनाए जाने के बाद इसी महीने पदमुक्त हुए सतपाल मलिक ने कहा था की मुकेश अम्बानी ने बेटी की सगाई में ही 300 करोड़ खर्च कर दिए थे.उन्होंने तब अडाणी पर भी हमला बोला था.मलिक साहब ने अम्बानी की चैरिटी पर भी सवाल खड़े किए थे.पहले अमीरों में टाटा और बिड़ला का नाम आता था पर किसी ने दौलत का .ऐसा भोंडा प्रदर्शन कभी नहीं किया था.अफ़सोस,इस पर सारी राजनैतिक पार्टियों ने चुप्पी साध ली. क्योंकि चुनावी दान (चंदा) देने वालों की सूची उजागर की जाए तो उसमे अडाणी/अंबानी नंबर-वन हो सकते हैं..?