सेवा में, माननीय मुख्यमंत्री
श्री अखिलेश यादव जी
विषय- समाचार पत्र दैनिक जागरण द्वारा कर्मचारियों के साथ किये जा रहे अन्याय के संबंध में।
महोदय,
दैनिक जागरण की नोएडा यूनिट में अखबार मालिकों और उनके गुर्गों ने अत्याचार की इंतेहा कर दी है। लेकिन बड़े आश्चर्य की बात है कि समाजवाद के सिद्धांतों पर चलने वाली उत्तर प्रदेश की समाजवादी सरकार आखिर यह सब जानकर भी चुप क्यों है। माननीय युवा मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव जी आप और आपकी पार्टी कर्मचारियों के हितों की लड़ाई लड़ती रही है। माननीय नेताजी धरती पुत्र श्री मुलायम सिंह यादव जी आजीवन समाजवाद के सिद्धान्तों पर चलकर शोषितों, वंचितों के हक़ के लिए संघर्ष करते रहे हैं। लेकिन माननीय मुख्यमंत्री जी, आज आपकी सरकार में जिला गौतमबुद्धनगर के नोएडा में समाचार पत्र दैनिक जागरण के मालिकान खुलेआम गुंडागर्दी कर रहे हैं। जिले का डीएलसी कार्यालय पूरी तरह अखबार मालिकों के समर्थन में खड़ा है।
माननीय मुख्यमंत्री जी हम कर्मचारी आपको इस मामले से अवगत कराना चाहते हैं। माननीय उच्चतम न्यायालय ने अखबार मालिकों को प्रिंट मीडिया समूहों में कार्यरत कर्मचारियों के लिए बनाये गए मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिशों को लागू करने का आदेश फरवरी 2014 में दिया था। लेकिन अपना हक़ मांगने पर मालिकों ने कर्मचारियों का दमन शुरू कर दिया। अखबार मालिकों पर वर्तमान में माननीय उच्चतम न्यायालय की अवमानना का मुकदमा चल रहा है और आपके राज्य से भी इस सम्बन्ध में माननीय न्यायालय को रिपोर्ट दी जानी है।
लेकिन आपकी सरकार के एक अधिकारी श्री नवनीत सहगल के कारण यह रिपोर्ट समय बीतने के बाद भी दायर नहीं की जा सकी है। श्री सहगल के दैनिक जागरण के पक्ष में खुलकर खड़े होने के कारण कर्मचारियों को न्याय नहीं मिल पा रहा है। ऐसा बताया जाता है कि दैनिक जागरण के मालिकानों के श्री सहगल के साथ बेहद मधुर सम्बन्ध हैं और इसी के चलते वह मालिकों का साथ देकर समाजवादी सरकार की छवि को बट्टा लगाने का काम कर रहे हैं।
माननीय मुख़्यमंत्री जी, अखबार मालिकों ने अपना हक़ मांगने पर 206 से अधिक कर्मचारियों को एक झटके में संस्थान से बाहर कर दिया है। डेढ़ महीने से कर्मचारी सड़क पर हैं, उनकी दीवाली बेनूर हो गयी लेकिन मालिकों का दिल नहीं पसीजा और कर्मचारी अन्याय का शिकार होते रहे। माननीय मुख्यमंत्री जी, कर्मचारियों को आपके कुशल नेतृत्व पर पूरा विश्वास है और इस बात की उम्मीद है कि उसे आपके दरवाजे से अवश्य न्याय मिलेगा।
उम्मीद करते हैं कि कर्मचारियों के साथ अन्याय पर समाजवादी सरकार अब चुप नहीं बैठेगी.
आपका
दैनिक जागरण नोएडा के आंदोलनरत कर्मचारी
संपर्क: [email protected]
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