-वेद रत्न शुक्ला-
सतीश कुलश्रेष्ठ सर नहीं रहे. आपने अलीगढ़ में दैनिक जागरण को लॉन्च कराया और बाहर हो गए।
अमर उजाला को खड़ा किया, मजबूती दी और यूनिट लगते समय चुपचाप बाहर हो गए.
मालिकआन में बंटवारा हुआ और एक ने DLA शुरू किया तो उसको भी सतीश सर ने अलीगढ़ से लांच कराया.
आकाशवाणी मैं बतौर संवाददाता कार्यरत रहे और मुझे एएमयू में बतौर रिपोर्टर इन्होंने ही प्रवेश कराया.
एक बात और कि कल्याण सिंह ने इनके ऊपर जुल्म ओ सितम भी ढाया.
याद आ रहे हैं आप सर. पान खाते हुए बोलते थे, बाबा! लिखो.
भगवान आपको श्रीचरणों में स्थान दें.