

इंस्पेक्टर साहब अगर खड़े होकर जनता से ज्ञापन ले लिए होते तो दुबले नहीं हो जाते… ये अहंकार बताता है कि योगी राज में दरअसल पुलिस का राज चल रहा है। क्षेत्र को अपने बाप का नौकर समझते हैं ये दरोग़ा जी लोग। खनन माफिया भू माफिया और अपराधी यहाँ फलते फूलते हैं। आम जनता अपने साथ हुए अन्याय के निदान के लिए भटकती रोती रह जाती है।
मछलीशहर (जौनपुर) पंवारा क्षेत्र के ग्राम सोंगरा में मां सोंगरावल देवी मंदिर पर जाने के रास्ते को चिन्हित करने हेतु एक बोर्ड लगाया गया था जिसको कुछ अराजकतत्वों ने तोड़ दिया। बोर्ड टूटा देख ग्रामीणों ने पंवारा थानाध्यक्ष राज नारायण चौरसिया को अज्ञात लोगों के खिलाफ प्रार्थना पत्र दिया एवं कार्रवाई की मांग की। इस दौरान थानेदार महोदय ठसक के साथ अपनी सीट पर बैठे रहे। जनता खड़े खड़े उन्हें ज्ञापन देकर लौट गई।
रामीणों ने मिलकर दिया थाने पर तहरीर
सोंगरा सरायबीका में स्थित मां सोंगरावल देवी मंदिर आस्था का केंद्र बना हुआ है जहां दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं। इसी को देखते हुए सोंगरा ग्राम के प्रधान ऊग्रसेन यादव एवं ग्रामसभा निवासी सोंगरा के लोगों ने मिलकर मंदिर के रास्ते को चिन्हित करने के लिए एक लोहे का बोर्ड बनाया था और उसे जिस रास्ते से मुड़कर मंदिर पर जाना था, वहीं (पंवारा सराय बीका के बीच रामपुर सवाई गांव में नहर के पास) लगाया गया था।
रास्ते में बैठ रहे कुछ लोगो ने रात में इस बोर्ड को गिरा कर तोड़ दिया। गांव वालों का आरोप है कि किसी एक विशेष जाति को टारगेट करने के लिए यह कार्य किया जाता है। ऐसी घटना कई बार हो चुकी है। पास पड़ोस के गांव में कुछ ऐसे लोग हैं जिनके द्वारा ब्राह्मण एवं हिंदुत्व पर बार-बार अभद्र टिप्पणी बोली जाती रहती है लेकिन आज तक प्रशासन की तरफ से किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं होती जिसके कारण उनका मनोबल काफी हद तक बढ़ चुका है।
इस घटना को देखकर ग्रामीणों ने एकजुट होकर पवारा थानाध्यक्ष राज नारायन चौरसिया को प्रार्थना पत्र देकर अज्ञात लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। थानाध्यक्ष राज नारायण चौरसिया ने आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द कठोर कार्रवाई की जाएगी। प्रार्थना पत्र को लेकर ग्रामसभा सोंगरावाल देवी ट्रस्ट के कार्यवाहक अध्यक्ष सतीश चंद्र दुबे, समाजसेवी श्याम शंकर मिश्रा, दिनेश दुबे, विनय दुबे , अंकित दुबे , जितेंद्र सिंह आदि सैकड़ो की संख्या में लोग मौजूद रहे।