अविनाश पांडेय समर-
मुझे याद है कैसे अर्नब गोस्वामी विश्व कप सेमी फाइनल में भारत की हार के बाद विराट कोहली का सर माँग रहा था। कैसे उसका चैनल #ShamedInSydney ट्रेंड करा रहा था।
तुममें से भी बहुत उस ट्रेंड में शामिल थे कमज़र्फ़! शर्म नहीं आती।
उसकी पत्नी अनुष्का शर्मा को गालियाँ याद हैं। तुममें से भी कइयों ने दे थीं।
इंसान होते तो तुम थूक लेते आज ख़ुद पर और उस गुह स्वामी पर भी। पर बस इंसान ही तो नहीं हो।
मैं कभी विराट कोहली का प्रशंसक नहीं था। मुझे खेल में उनकी आक्रामकता कभी पसंद नहीं आई।
नहीं, आक्रामकता से यूँ कोई दिक़्क़त नहीं थी- ख़ुद ही हिंदी पट्टी के सबसे आक्रामक इलाक़ों में से एक में पैदा हुआ हुआ हूँ, पला बढ़ा हूँ। ख़ुद ही बहुत आक्रामक हूँ- बावजूद इसके कि ख़ुद को भी बिलकुल नहीं पसंद। हमारे समय तक बहुत विकल्प नहीं थे। आक्रामकता पुरुष होने की पहचान थी। पता होता कि पुरुष सभ्य शांत विनम्र हो सकते हैं तो वही चुनता।
सो चाहता नहीं कि जो लोग इतने लोगों को प्रभावित करते हैं वो आक्रामक हों।
पर मुझे विराट को पड़ी गालियाँ याद हैं जो अर्नब गुह स्वामी जैसों ने दी थीं, 2015 विश्व कप फाइनल के बाद। उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा को भी।
उसके बाद उनके हाथरस पीड़ित के साथ खड़े होने पर भी।
फिर मोहम्मद शमी के साथ खड़े होने पर भी- जब उनकी नवजात बेटी को बलात्कार की धमकियाँ दी गईं।
समझ आया इस आदमी के पास वो रीढ़ है जो इस हिंदुस्तान में बहुत कम लोगों के पास बची है। और वो इसका इस्तेमाल भी करता है।
बहुत मुहब्बत विराट।
शीतल पी सिंह-
आज शाम पाँच बजे तक अनुष्का शर्मा को RW trolls की गालियाँ पड़ रही थीं कि “वह दीवाली पर पटाखे चलाने का विरोध करती हैं और ईद पर मटन भांजने के चटखारे लेती हैं ।”
जब शमी को एक मैच में ख़राब प्रदर्शन के दौरान RW trolls सूली पर टांगने के लिए ट्रेंड करा रहे थे और विराट कोहली ने अपने बालर के साथ रहने का स्टैंड ले लिया था तब कोहली राष्ट्रद्रोही हो गया था । हाथरस बलात्कार कांड और किसानों के आंदोलन पर भी अपनी राय व्यक्त कर देने के जुर्म में विराट कोहली को जमकर गालियाँ बकी गईं और धिक्कारा गया ।
अर्शदीप के साथ जो हुआ वह तो ताज़ा ताज़ा है और आज अर्शदीप ने जब शून्य पर पाकिस्तान के प्रमुख बैट्समैन को मैच की शुरुआत में ही पेवेलियन भेज दिया तो उन्हीं प्रोफ़ाइलों पर उसकी बल्ले बल्ले शुरू हो गई थी!
विचार विहीनता और दक्षिणपंथी विचारधारा के मारों की यही नियति है । कांग्रेस के ज़माने में स्वदेशी का आंदोलन छेड़ने वाले अब चीन के साथ एक ट्रिलियन डॉलर का सालाना व्यापार (जो पूरी तरह एकतरफ़ा चीन के हक़ में है) हो जाने पर एक प्रेसनोट तक जारी करने को तरस जाते हैं!
झूठे अतीत की गढ़ी गई कल्पनाओं और झूठी दुश्मनियों पर पनपाई गई घृणा,मक्कारी और कुटिलता में पगी विचारधारा का अक्स चीन के उस काल्पनिक विरोध में है जो सौ पचास रुपये की झालर ठेले पर बेचने वाले का ठेला उलटने तक सीमित है जबकि उसके नेता चीन से सकल व्यापार हर पल दुगना चौगुना बढ़ाने की तजवीज़ें करते मिलते हैं ।
ख़ैर मैच ज़बरदस्त था और पाकिस्तानी खिलाड़ी प्रेशर में फिर टूट गए । कोरोना से कमज़ोर हुए दिल के मरीज़ों को काफ़ी नुक़सान कर सकते हैं ऐसे नाखून चबवाने वाले मैच !
पंकज मिश्रा-
विराट ने मैच जीतने के लिए जैसा कमाल किया वो भी rare था और पाकिस्तान ने मैच हारने के लिए जैसे जैसे करतब दिखाए वो भी rare था।
विराट की इनिंग्स का रिपीट तो फिर भी दिख जाएगा , पहले भी ऐसा हुआ है , खुद विराट ने मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के अगेंस्ट किया है मगर पाकिस्तान ने जो किया उसका रिपीट शायद ही देखने को मिले | स्पिनर हिप हाइट वाली no ball फेंके , 6 + 1 = 7 , फिर फ्री हिट पर बोल्ड मगर रन मिले 3 , नोट कर ले अगर ऐसा चमत्कार कभी दुबारा मिले।
अश्विन को मत भूले , इतने ठंडे दिमाग से वाइड को जाने दिया और अगला काम भर का टैप बस … कोई एडवेंचर नही कोई हड़बड़ी नही। ध्यान रहे ठीक ऐसी ही ball पर कार्तिक भाई फंस के स्टम्प हुए थे।
आज पाकिस्तान में पथराव होगा। deserve भी करते है वो , मुझे मारो मुझे मारो वाले meme का 2.0 आने ही वाला होगा।