मदन मोहन सोनी-
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के गृह जिले गोरखपुर में तीन युवा आईपीएस अधिकारी पोस्टेड हैं। इन तीनों अधिकारियों को बेहद कुशल और सख्त अधिकारी माना जाता है। इन तीनों अधिकारियों ने माफियाओं पर एक तरह से कहर बरपाया हुआ है। इस तिकड़ी ने गोरखपुर इलाके में अपराधियों और माफियाओं की नाक में दम कर रखा है।
ये तीन अधिकारी हैं, 2018 बैच के आईपीएस अधिकारी और सिटी एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई, 2020 बैच के आईपीएस अधिकारी और एएसपी मानुष पारिक ओर 2021 बैच के ट्रेनी आईपीएस अधिकारी आदित्य सिंह। ये तीनों अधिकारी सीएम योगी आदित्यनाथ के गृह जिले गोरखपुर में तैनात हैं।
ये तीनों ही अधिकारी युवा हैं और उत्साह से लबरेज हैं। तीनों ही अधिकारी 28 से 32 आयु वर्ग के हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार तीनों ही संगीत, दौड़, खेलकूद में विशेष अभिरुचि रखते हैं। तीनों के बीच अक्सर पुलिसिंग, अपराध और अंतरराष्ट्रीय मसलों पर चर्चा होती रहती है। विशेष तौर पर किसी भी घटना के बाद तीनों पुलिस अधिकारी आपस में जरुर चर्चा करते हैं। इन तीन आईपीएस अधिकारियों की आपसी बॉन्डिंग अपराधियों के लिए काल बनता जा रहा है।
इन तीनों ही अधिकारियों का मानना है कि मुख्यमंत्री के क्षेत्र में ड्यूटी किसी चुनौती से कम नहीं होती। हमें हर वक्त सजग और अलर्ट रहना होता है। अपराध की रोकथाम और दोषियों को सजा की दहलीज तक पहुंचाना हमारा सबसे बड़ा कर्तव्य है। गोरखपुर के लोग भी मानते हैं कि इन तीनों अधिकारियों की आपसी बॉन्डिंग की वजह से न सिर्फ इलाके में अपराध की रोकथाम हुई है बल्कि माफियाओं पर भी नकेल कस चुका है।
इन तीनों अधिकारियों की कार्यशैली ने अपराधियों को इलाका छोड़ने पर मजबूर कर दिया है। गोरखपुर आज की तारीख में एक ऐसा क्षेत्र बन गया है जहां अपराध करने से पहले कोई पेशेवर अपराधी हजार बार सोचता है।