भारतीय जनसंचार संस्थान में हमारे सहपाठी रहे टाइम्स ऑफ इंडिया के पत्रकार अक्षय मुकुल ने गीता प्रेस पर किताब लिखी है. ‘गीता प्रेस एंड द मेकिंग ऑफ़ हिंदू इंडिया’….उसके आधार पर गीता प्रेस को बीबीसी ने उग्र हिंदुत्व का पैरोकार संस्थान बताया है… बीबीसी की रिपोर्ट में गीता प्रेस को गांधी का विरोधी भी बताया गया है… हालांकि हाल के दिनों में वरिष्ठ पत्रकार अच्युतानंद मिश्र के संपादन में गीता प्रेस के व्यवस्थापक-संपादक रहे हनुमान प्रसाद पोद्दार के पत्रों का संग्रह निकला है-पत्रों में समय-संस्कृति… उसमें शामिल पत्र कुछ और ही कहानी कहते हैं…
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‘गीता प्रेस’ बंद नहीं हुआ, चैनल गलत दिखा रहा, सिर्फ हड़ताल के कारण काम बंद है : प्रबंधन
गोरखपुर के गीताप्रेस प्रबंधन ने शुक्रवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि एक टीवी न्यूज चैनल में दिखाए गए समाचार ‘गीताप्रेस बंद होने के कगार पर’ भ्रामक व असत्य है। गीताप्रेस न तो बंद होने की स्थिति में है और न ही इसे बंद होने दिया जाएगा। प्रेस बंद नहीं हुआ है, केवल कर्मचारियों की हड़ताल के कारण काम बंद है। कर्मचारियों की उद्दंडता के कारण कुछ कर्मचारियों को निलंबित किए जाने से कर्मचारी हड़ताल पर हैं। कर्मचारियों की हड़ताल का भी आशय यह नहीं है कि गीताप्रेस बंद कर दिया जाए। गीताप्रेस में किसी तरह की कोई आर्थिक समस्या नहीं है। प्रबंध तंत्र यह बताना चाहता है कि गीताप्रेस किसी तरह का कोई चंदा नहीं लेता है। प्रेस के नाम पर किसी को चंदा न दें। यदि कोई गीताप्रेस के नाम पर चंदा मांगता है तो वह ठगी करता है।
गोरखपुर आइ-नेक्स्ट के संपादकीय प्रभारी अश्वनी पांडेय का पटना तबादला
उत्पीड़नात्मक हरकतों के लिए चर्चित रहे गोरखपुर आइनेक्स्ट के संपादकीय प्रभारी अश्वनी पांडेय का पटना तबादला कर दिया गया है। उनके कार्यकाल में दो सब एडिटर नौकरी छोड़कर चले गए थे। बाद में सीनियर रिपोर्टर अभिषेक सिंह का जमशेदपुर ट्रांसफर कर दिया गया। पांडेय की प्रताड़नात्मक रवैये को प्रबंधन ने गंभीरता से लिया। उनके जाने …
गीताप्रेस के कर्मचारियों का हंगामा, सहायक प्रबंधक को धक्का मारकर बाहर किया
गोरखपुर : आश्वासन के बावजूद वेतन में बढ़ोतरी नहीं होने से नाराज गीताप्रेस के कर्मचारियों ने गत दिनो जमकर हंगामा किया। इससे करीब एक घंटे तक काम ठप रहा।
अमर उजाला गोरखपुर से तीन गए, चार और के जाने की अटकलें
गोरखपुर अमर उजाला के संपादकीय विभाग से तीन पत्रकारों ने नाता तोड़ लिया है। सीनियर सब एडिटर सुनील सिंह ने हिंदुस्तान मुजफ्फरपुर और सब एडिटर दिलीप जायसवाल ने दैनिक जागरण मुजफ्फरपुर ज्वाइन कर लिया है। सब एडिटर मुकेश सिंह ने भी संस्थान को बॉय-बॉय कह दिया है। वह पहले नोयडा स्थित एक न्यूज चैनल में कार्यरत थे।
गोरखपुर आइ-नेक्स्ट इंचार्ज ने अपनी शिकायत होने पर रिपोर्टर का ट्रांसफर कर दिया
आइ-नेक्स्ट गोरखपुर के सीनियर रिपोर्टर अभिषेकI सिंह का मैनेजमेंट ने जमशेदपुर ट्रांसफर कर दिया है। बताया जा रहा है कि ये ट्रांसफर आइ-नेक्स्ट इडिटोरियल इंचार्ज अश्विनी पांडेय ने किया है। अभिषेक सिंह ने संपादकीय प्रबंधन से अपने तबादले की वजह जाननी चाही है। पांडेय ने इस संबंध में उन्हें जानकारी देने से साफ मना कर दिया है।
मजीठिया : गोरखपुर में 10 अखबारों को श्रम विभाग का नोटिस, पांच बिंदुओं पर जवाब तलब
गोरखपुर : मजीठिया वेज की संस्तुतियों को लागू कराने के सम्बन्ध में सुप्रीम कोर्ट के आदेश को अमल में लाने के लिए गोरखपुर जर्नलिस्टस प्रेस क्लब द्वारा बनाए गए दबाव के बाद गोरखपुर का श्रम विभाग हरकत में आ गया है। यहां से प्रकाशित होने वाले दस अखबारों के प्रबंधन से मजीठिया वेज बोर्ड की संस्तुतियां लागू करने के सबंध में पांच बिंदुओं पर नोटिस से जवाब तलब किया गया है। इस नोटिस के बाद अखबार प्रबंधकों के होश उड गए हैं। सबसे ज्यादा मुसीबत एचआर के गले आ पड़ी है। उन्हें सूझ नहीं रहा है कि क्या जवाब दें। लिहाजा नोटिस की अवधि लगभग समाप्त होने को है। मात्र तीन अखबारों ने आधा-अधूरा जवाब भेजा है। श्रम विभाग का कहना है कि यदि तय अवधि में जवाब नहीं आते हैं तो अगली कार्रवाई की जाएगी। इसमें औचक छापे पड़ेंगे और जानकारी ली जाएगी। इस दौरान कर्मचारियों के बयान भी दर्ज किए जाएंगे।
गोरखपुर आइनेक्स्ट में एक और विकेट गिरा
गोरखपुर आइनेक्स्ट में सब एडिटर रहे रासेख कुमार ने दैनिक भास्कर रेवाड़ी (हरियाणा) ज्वॉइन कर लिया है। इससे पहले सीनियर सब एडिटर रवि प्रकाश ने भी एडिटोरियल इंचार्ज अश्विनी पांडेय की प्रताड़ना से आजिज आकर संस्थान छोड़ दिया था। बताते हैं कि राकेश कुमार के जाने की वजह भी पांडेय का रवैया रहा है। उन्हें …
गोरखपुर अमर उजाला में एडिटर और एनई के आतंक से भगदड़
गोरखपुर अमर उजाला में इन दिनो संपादक प्रभात सिंह और न्यूज एडिटर मृगांक सिंह के आतंक से मीडिया कर्मियों में भगदड़ सी मची हुई है। कई लोग तीन से छह महीने तक की मेडिकल छुट्टी पर चले गए हैं। कई पत्रकार अन्य अखबारों में चुपचाप नौकरियां खोजने में लगे हुए हैं। ब्यूरो स्तर पर कई जिलों में स्ट्रिंगरों में भी असंतोष बताया जाता है। मेन पॉवर डिस्टर्व होने से कार्यरत लोगों के जरूरी अवकाश भी मंजूर नहीं किए जा रहे हैं।
गोरखपुर आइनेक्स्ट में रवि प्रकाश की जगह उपेंद्र की तैनाती
गोरखपुर आइनेक्स्ट में सीनियर सब एडिटर रवि प्रकाश त्रिपाठी की जगह उपेंद्र शुक्ला ने ज्वॉइन कर लिया है। शुक्ला मुरादाबाद HT ग्रुप से आए हैं।
आईनेक्स्ट के प्रोग्राम में विधायक की तौहीन, संपादक पर बरसे
गोरखपुर (उ.प्र.) : दैनिक जागरण के बच्चा अखबार ‘आईनेक्स्ट’ द्वारा यहां पिछले दिनों आयोजित प्रोग्राम में नगर विधायक डॉ.राधामोहनदास अग्रवाल बदइंतजामी से काफी भड़क गए। पुलिस वाले ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया। किसी तरह वह अंदर पहुंचे भी तो डीएम-एसएसपी को एक साथ देख उनकी संपादक अश्विनी पांडे से झड़प हो गई। नगर विधायक का आरोप था कि कार्यक्रम में बुलाकर उन्हें बेइज्जत किया गया है। इस घटना के बाद तो अखबार के प्रोग्राम की धज्जियां उड़ गईं।
मजीठिया वेतनमान : गोरखपुर के पत्रकारों ने थमाया उपश्रमायुक्त को मांगपत्र, जवाबदेही भी तलब
गोरखपुर जर्नलिस्ट्स प्रेस क्लब के अध्यक्ष अशोक चौधरी के नेतृत्व में पत्रकारों और मीडिया संस्थानों में कार्य करने वाले कर्मचारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने 19 मई को उप श्रमायुक्त को ज्ञापन देकर मीडिया संस्थानों में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार मजीठिया वेतनमान लागू कराने की कार्यवाही की मांग की।
मजीठिया मुद्दे पर सीएम और मुख्य सचिव को पत्र लिखेंगे पत्रकार, आज उपश्रमायुक्त से मिलेंगे
गोरखपुर : मजीठिया वेज बोर्ड द्वारा निर्धारित वेतनमान व अन्य सुविधाओं का मीडिया घरानों द्वारा पालन न करने के सम्बन्ध में गोरखपुर जर्नलिस्ट्स प्रेस क्लब द्वारा अपने सभागार में बुलायी गयी बैठक में कई निर्णय लिए गए। बैठक में सुप्रीम कोर्ट के 28 अप्रैल के आदेश के दो हफ्ते बाद भी उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विशेष श्रम अधिकारी की नियुक्ति नहीं होने पर क्षोभ प्रकट करते हुए इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, श्रम मंत्री और श्रम आयुक्त को पत्र भेजने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा गोरखपुर के पत्रकारों और न्यूज पेपर कर्मचारी 19 मई को गोरखपुर के उपश्रमायुक्त से मिलकर एक ज्ञापन देंगे।
मुकेश प्रभुदास पांडेय का कार्टून मजीठिया मंच एफबी वॉल से साभार
हमने चलना सिखाया, रफ्तार आपको पकड़नी है : यशवंत सिंह
वर्कशाप आगाज है मंजिल तक पहुंचने का: अशोक : वेब मीडिया कंटेंट मानेटाइजेशन वर्कशाप के दूसरे दिन यूट्यूब चैनल, ब्लाग पर एकाउंट बनाने के तरीके बताए
गोरखपुर : हमने चलना सिखाया है, रफ्तार आपको पकड़नी है। वर्कशाप उन लोगों के लिए तरक्की का जरिया बन सकता है, जो सीखना चाहते हैं, मुस्तकबिल संवारना चाहते हैं। अपने ऑनलाइन कामकाज को मानेटाइज करना चाहते हैं।
वर्कशॉप में शामिल पत्रकार
टेक्नोलॉजी क्रांति के दौर में आज इंटरनेट मीडिया कमाई का बड़ा अवसर : यशवंत सिंह
गोरखपुर : गोरखपुर जर्नलिस्ट्स प्रेस क्लब व लेंस मैन के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को प्रेस क्लब सभागार में भड़ास4मीडिया के संस्थापक और संपादक यशवंत सिंह ने ’वेब मीडिया कंटेंट मानेटाइजेशन वर्कशाप’ में यूट्यूब चैनल, न्यूज पोर्टल, ब्लाग, फेसबुक, के जरिए पैसे कमाने के तरीके बताए।
शुक्रवार को गोरखपुर प्रेस क्लब सभागार में वर्कशॉप के बाद भड़ास4मीडिया के संस्थापक संपादक यशवंत सिंह (बीच में) के साथ सहभागी मीडिया कर्मी
रवि प्रकाश आईनेक्स्ट गोरखपुर से इस्तीफा देकर लाइव इंडिया नोएडा पहुंचे
आईनेक्स्ट गोरखपुर के सीनियर सब इडिटर रवि प्रकाश त्रिपाठी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपनी नई पारी की शुरुआत नोएडा के लाइव इंडिया वेब पोर्टल से की है।
‘अब भारत में ब्राह्मणों और बनियों के मीडिया की भूमिका तय होनी चाहिए’
गोरखपुर : फिल्म फेस्टिवल में भारतीय मीडिया पर उठे सवालों ने पहली बार इतनी गंभीरता से लोगों का ध्यान आकृष्ट किया है। पहले दिन अरुंधति रॉय ने भारतीय मीडिया को ब्राह्मणों और बनियों का मीडिया कहा तो दूसरे दिन सेंसरशिप और मीडिया पर गंभीर बहस में कई नामचीन फिल्मकारों, पत्रकारों का कहना था कि आधुनिक मीडिया हमसे बहुत कुछ छिपा रहा है। इसमें सरकारें भी शामिल हैं। सच कहने से रोका जा रहा है। सजा दी जा रही है। दूसरे देशों की तरह भारतीय मीडिया की भूमिका तय होनी चाहिए।
गोरखपुर फिल्म फेस्टिवल में अरुंधति राय और तरुण भारती