Vineet Kumar : जिस देश में जी न्यूज़ जैसा चैनल हो, उसे सरकार की भोंपू बजाने के लिये दूरदर्शन जैसे पब्लिक ब्रॉडकास्ट चैनल की अलग से कोई ज़रूरत नहीं है..बेवजह करदाताओं के करोड़ों रुपये स्वाहा हो रहे हैं..आप चाहें तो जी न्यूज़ को प्राइवेट दूरदर्शन कह सकते हैं..
Vineet Kumar : एडिटर्स गिल्ड ने हाल ही में जो प्रेस रिलीज़ जारी करके कहा है कि मोदी सरकार जिस तरह से अपने कामकाज और गतिविधियों को मीडिया से छुपा रही है, वो लोकतंत्र के लिये अच्छा नहीं है…इसका मतलब यही है कि न्यूज़ चैनलों पर खबर के नाम पर जो सर्कस चल रहा है, वो या तो मीडिया मजबूरी का हिस्सा है या ttm का..नहीं तो मीडिया का इतना घिनौना चेहरा पहले कभी नहीं था..
युवा मीडिया विश्लेषक विनीत कुमार के फेसबुक वॉल से.
Comments on “जी न्यूज यानि सरकार का भोंपू!”
UPA sarkar me Z NEWS ko jhatka pr jhatka laga tha, jail bhi jana pada tha kuchh logon ko , har jagah taal thonk nhi sakte , so kisi ko to tel lagana hi padega. laga bhi rhe hain, etraj mat karo bhai,