इंदौर : मजीठिया वेज बोर्ड के तहत सेलरी व अन्य लाभ पाने के लिए केस लगाने वाले नईदुनिया इंदौर में कार्यरत देवेंद्र शर्मा का ट्रांसफर प्रबंधन ने इंदौर से खंडवा कर दिया था। इस पर देवेंद्र ने ट्रांसफर रुकवाने के लिए एक अर्जी इंदौर DLC के कार्यालय में लगाई थी। इस प्रकरण में सुनवाई हेतु आज की तारीख नियत थी।
सुनवाई हेतु प्रबंधन की ओर से यूनिट हेड क्षितिज चौरे और एच आर हेड अशोक रुनीजा DLC के कार्यालय में पहुंचे। यहां सुनवाई के पश्चात डीएलसी श्री तिवारी ने देवेंद्र शर्मा के पक्ष में प्रबंधन के अधिकारियों को तगड़ी फटकार लगाई। उन्होंने प्रबंधन को तीन दिन का समय दिया है।
उन्होंने कहा कि मजीठिया वेज क्लेम के दौरान न तो ट्रांसफर किया जा सकता है और न ही टर्मिनेशन। प्रबंधन द्वारा यदि ट्रांसफर किया भी गया तो कैसे एक सीनियर एक्जीक्यूटिव को सीनियर मैनेजर का पद देते हुए खंडवा भेजा गया है। अगर सीधे इतना बड़ा पद दिया गया है तो इसका सैलरी स्ट्रक्चर क्या तय किया गया है?
डीएलसी के इस बात पर दोनों अधिकारी बगलें झांकने लगे। अगले तीन दिन का अल्टीमेटम देकर दोनों अधिकारियों को यह कहकर रवाना कर दिया गया है कि या तो मजीठिया के तहत सीनियर मैनेजर का वेतन तय करके बताया जाए या फिर ट्रांसफर की कार्रवाई निरस्त की जाए। इस पर छोटा सा मुंह लेकर दोनों अधिकारी वहां से रवाना हो गए।
इसके पूर्व दोनों अधिकारी सुनवाई हेतु जब वहां पहुंचे तो बिना जानकारी दिए या बिना संदेश भिजवाए सीधे DLC की केबिन में घुस गए। इस पर DLC ने आपत्ति की और उन्हें बाहर करते हुए अपनी बारी आने का इंतजार करने को कह दिया।