यशवंत सिंह-
कुछ लोगों को मंज़िलों की परवाह नहीं होती
उनमें बस चलते बढ़ते जाने का जुनून होता है
Umesh Kumar जी विधायक बनने के बाद ग्रासरूट लेवल और शीर्ष स्तर पर जिस शानदार तरीक़े से सक्रिय हैं, मुझे नहीं लगता इस आदमी को कोई विधायक पद बांध साध पाएगा।
पता नहीं क्यों, मुझे इनमें एक सांसद और फिर एक मुख्यमंत्री दिखता है। लिख कर रख लीजिए।
कुछ लोग क़िस्मत लेकर आते हैं
कुछ लोगों के हर बढ़ते कदम पर क़िस्मत का एक नया पन्ना खुलता जाता है।
उमेश भाई दूसरी तरह के आदमी हैं।
पत्रकारिता में शीर्ष पर पहुँच कर जब देख लिया कि यहाँ अब करने को कुछ नहीं रखा है तो राजनीति में एंट्री ली। आते ही छक्का जड़ा। विधायक बन गए पहले ही चुनाव में।
ताबड़तोड़ बैटिंग जारी है। इनको फ़ॉलो करिए। इनको पढ़िए सुनिए।
कभी कभी ये आदमी मुझे नए क़िस्म का डॉन लगता है। जहां उँगली रख देता है, वही चीज़ उसकी हो जाती है।
विवादों, आरोपों, मुश्किलों, संघर्षों ने इस आदमी को इतना मज़बूत किया कि फ़ौलाद बन गया।
उमेश कुमार को समझने के लिए आपको हर विचारधारा का चश्मा उतारना पड़ेगा।
मेरे लिए ये शख़्स एक ज़िंदा वेब सीरिज़ है जिसके मैंने तीन सीजन देख लिए हैं। मुझे नहीं पता कितने सीज़न की ये सीरिज़ है। पर अंजाम देखने की उत्सुकता बनी रहेगी।
जै जै
उमेश कुमार को Fb पर इस लिंक के ज़रिए फ़ॉलो कर सकते हैं-
https://www.facebook.com/umeshkumar1977
कुछ टिप्पणियाँ देखें-
भड़ास एडिटर यशवंत की Fb वॉल से.
मूल पोस्ट का लिंक ये है-
Satyam Kalra
June 21, 2022 at 1:04 am
Umesh bhaiya is love ❤️