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सियासत

‘आप’ पर मयंक गांधी का एक और ब्लॉग-बम

नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी में भूचाल मचाने वाले राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य मयंक गांधी ने शनिवार को एक और ब्लॉग-बमबारी करते हुए लिखा है कि पार्टी छोड़ने के लिए उन्हें अपमानित किया जा रहा है। इस संबंध में योगेंद्र यादव का कहना है कि वह पार्टी के भीतर के ताजा हालात पर सार्वजनिक रूप में कुछ नहीं कहना चाहते हैं। पार्टी की अपनी प्रतिष्ठा है। वह उस मर्यादा में रह कर काम करना चाहते हैं। 

<p>नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी में भूचाल मचाने वाले राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य मयंक गांधी ने शनिवार को एक और ब्लॉग-बमबारी करते हुए लिखा है कि पार्टी छोड़ने के लिए उन्हें अपमानित किया जा रहा है। इस संबंध में योगेंद्र यादव का कहना है कि वह पार्टी के भीतर के ताजा हालात पर सार्वजनिक रूप में कुछ नहीं कहना चाहते हैं। पार्टी की अपनी प्रतिष्ठा है। वह उस मर्यादा में रह कर काम करना चाहते हैं। </p>

नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी में भूचाल मचाने वाले राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य मयंक गांधी ने शनिवार को एक और ब्लॉग-बमबारी करते हुए लिखा है कि पार्टी छोड़ने के लिए उन्हें अपमानित किया जा रहा है। इस संबंध में योगेंद्र यादव का कहना है कि वह पार्टी के भीतर के ताजा हालात पर सार्वजनिक रूप में कुछ नहीं कहना चाहते हैं। पार्टी की अपनी प्रतिष्ठा है। वह उस मर्यादा में रह कर काम करना चाहते हैं। 

अपने ब्लॉग में उन्होंने लिखा है – ‘प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव की तरह निशाना बनाते हुए उन्हें जलील किया जा रहा है। सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर मेरे खिलाफ अभियान छेड़ दिया गया है। आशीष खेतान समेत महाराष्ट्र के कई असंतुष्ट मेरे खिलाफ बोलने लगे हैं। दिल्ली के नीति निर्माताओं ने ब्लैकबेरी मैसेंजर ग्रुप से भी उन्हें अलगा दिया है। अभी और बहुत कुछ सामने आ सकता है। उन्हें इतना अपमानित किया जा सकता है कि वह पार्टी छोड़ दें। 

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‘योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण के लिए भी यही योजना बनाई गई थी, लेकिन पार्टी में बने रहकर दोनों ने इस योजना को विफल कर दिया। अब उनके ऊपर कीचड़ उछाले जाने की तैयारी है। ‘देखता हूं कि मैं इसे सह पाता हूं या नहीं। मेरा ब्लॉग किसी व्यक्ति विशेष या नेतृत्व को लेकर नहीं है। ये सिर्फ पारदर्शिता को लेकर है कि हम कैसे काम करते हैं। अगर आपने मेरे पहले ब्लॉग को ध्यानपूर्व पढ़ा होगा तो उसमें सिर्फ एक झूठे आदेश को चुनौती दी गई थी।

‘मैंने पारदर्शिता के उच्च सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए ही बैठक की बात और निष्कर्षों को अपने ब्लॉग पर लिखा। ये हमारे कार्यकर्ताओं के लिए था। न तो ये कोई विद्रोह है, न ही किसी नेतृत्व के खिलाफ है और न ही मैं लोगों का ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं। अरविंद केजरीवाल बेशक इस देश के लोगों के लिए एक उम्मीद हैं और मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है। योगेंद्र और प्रशांत भूषण को लेकर सवाल उठाने के बाद आम आदमी पार्टी के नेता उन पर निशाना साध रहे हैं। अब बीएमसी चुनाव लड़ने के ऐलान में देर हो सकती है और पार्टी के ही कुछ नेता अब मेरे खिलाफ बयानबाजी कर सकते हैं।’

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