वो कहता है कि छप्पन इंच का सीना है उसका. लेकिन उसकी हरकतें बता रही हैं कि वह अब नंगा हो चुका है. उसके हर झूठ का पर्दाफाश हो चुका है. सीरियल मालेस्टर एमजे अकबर को क्लीन चिट मिल गई है. वह केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा नहीं देगा. एमजे अकबर अब उन महिलाओं से लड़ेगा जिनने उन पर आरोप लगाए हैं. गोदी मीडिया भी अकबर के साथ है. अकबर पर आरोप भले न गोदी मीडिया में छपे-दिखे हों लेकिन अकबर की सफाई जरूर हर ओर छाई हुई है.
इससे पहले कल दिन भर विभिन्न आनलाइन मीडिया पोर्टल बताते रहे कि एमजे अकबर का इस्तीफा हो चुका है. इन जनाब पर चौदह महिला पत्रकार ने मीटू लिखकर यौन शोषण का आरोप लगाया. ये सब घटनाएं तबकी हैं जब एमजे अकबर प्रधान संपादक हुआ करते थे. इन दिनों वह मोदी राज में विदेश राज्य मंत्री हैं. कल ही वे भारत लौटे और उनके आते ही इस्तीफा देने की चर्चा गर्म हो गई. हालांकि वह भारत आकर साफ-साफ बोले कि वह आरोपों पर अपना पक्ष पेश करेंगे.
अकबर के इस्तीफे को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चित लेखक समर अनार्या लिखते हैं : ”People will remember that self designated 56 inch could not even dump M J Akbar- accused by sexual harassment by more than almost a dozen women and waited for his resignation! लोग याद रखेंगे कि स्वयंभू 56 इंच असल में 56 मिलीमीटर का सीना भी नहीं रखता था कि दर्जन भर स्त्रियों के आरोपों के बावजूद एमजे अकबर को बर्खास्त कर सके- बस उसके इस्तीफ़े के इंतज़ार भर की हैसियत थी उसकी!”
#MeToo मूवमेंट में कई महिलाओं की तरफ से सेक्शुअल हैरसमेंट के आरोपों का सामना कर रहे केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर को मोदी सरकार से हटाए जाने को लेकर कल पीएमओ में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई. इसमें अकबर से इस्तीफा लेने की बात पर भी चर्चा हुई. इस बीच यह भी खबर आई थी कि रविवार को नाइजीरिया से लौटने के बाद एमजे अकबर ने ईमेल से इस्तीफा भेज दिया.
अकबर पर पद छोड़ने का भारी दबाव बना हुआ था. रविवार सुबह भारत लौटने के बाद दिल्ली में एयरपोर्ट पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए विदेश राज्य मंत्री अकबर सवालों से बचकर निकल गए थे. उन्होंने कि वह इस बारे में बाद में एक बयान जारी करेंगे.
बीजेपी इस मुद्दे पर अब तक चुप्पी साध रखी है. इस मामले में अंतिम फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को करना था और उन्होंने अकबर को न हटाने का फैसला कर लिया. बीजेपी ने संकेत दिया था कि स्वदेश लौटने के बाद अकबर द्वारा इस विषय पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने के उपरांत पार्टी उन पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर कोई स्पष्ट रूख अपनाएगी.
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