Yashwant Singh : आम्रपाली वालों से नोएडा वेस्ट के लीजर पार्क प्रोजेक्ट में बहुत पहले एक फ्लैट बुक कराए थे। पइसा भी जइसे तइसे भर दिए थे। चर्चा है कि अनिल शर्मा को ‘एड्स’ हो गया है.. बताया जा रहा है कि ‘एड्स’ होने के बाद ही अपनी कम्पनी का सारा पइसा लेकर भाग गया है। कुछ लोगों का कहना है कि ‘एड्स’ वाली खबर तो सही है लेकिन पइसा लेकर भागने वाली बात गलत। उसने अफसरों, नेताओं, मंत्रियों और मीडिया को पैसा जमकर खिला-पिला दिया है।
अब वह चिटफंडियों की तरह चमड़ी मोटी करके निवेशकों को ठगना चाह रहा है। सो, बेचारे निवेशक रो रहे हैं। लेकिन हम नहीं रोए। क्या लेके आए थे जो लेके जाओगे। सब हियें धरा रह जाएगा। लेकिन वाइफ है कि मानती नहीं। कहती है कुछ करिए। अब हम का करें। साल भर से सोच रहे हैं हम कि कुछ करें हम। लेकिन फिर सोचते हैं, करें क्या हम? कम्प्लेन, केस, धरना… ई सब तो निवेशक बिचारे करी रहे हैं। का मिला उनको। घण्टा…।
हम तो सोच लिए हैं कि पैसा पर किसी का नाम नहीं लिखा होता। कहीं से आया। कहीं चला गया। का चिंता करना। लेकिन गज़ब बात है कि हमारे दोस्त मित्र कहलाने वाले कउनो लोग भी ई चिंता नहीं कर रहे हैं कि यशवंत को उसका फंसा हुआ फ्लैट कैसे दिलाया जाए या फिर सारा पैसा मय ब्याज समेत कैसे वसूला जाए। कोई नहीं। सब खुद ही बेचारे परेशान हैं। किसी के पास वक़्त कहां जो कोई किसी के लिए सोचे करे। कहने को लखनऊ से लेकर दिल्ली तक में एक से एक शूरमा मेरे मित्र हैं, लेकिन इस मामले में कहीं से कोई रेस्पांस नहीं। कोई है??? कैसे क्या किया जाए???
AIDS- Amrapali Idiot Dhokebaaz Service
भड़ास के फाउंडर और एडिटर यशवंत सिंह की एफबी वॉल से.
यशवंत के उपरोक्त एफबी स्टेटस पर आए ढेर सारे कमेंट्स में से कुछ प्रमुख यहां पढ़ें…
Anand Sharma पैसा दुष्ट लोग खा पी गए। अब ठूंठ खड़े हैं, पैसा है नहीं उन्हें कंपलीट करने को। सरकारें करेंगी क्यों? करेंगी तो बाकी प्रदेश वासी पूछेंगे कि हमारा पैसा इन फ्लैट मालिकों को बेलआउट करने को क्यों खर्च कर रहे हो। पैसे का काम पैसा ही करेगा। बाकी योगी जी सांत्वना दे रहे हैं। कर कुछ पायेंगे, इसमें संशय है।
Yashwant Singh पैसा उतनी ही खाई हैं पुरानी सरकारें, जितनी इस सरकार के मंत्री-नेता लोग खा लिए हैं. हां, योगी जी को नहीं पटा पाए बिल्डर, सो देर सबेर योगी जी का कपार घूमेगा तो नपेंगे साले… दूसरे, पैसा सारे बिल्डरों के पास है. ये केवल ड्रामा रचे हैं हड़पने के लिए. जैसे चिटफंड वाले करते थे… अब कोई कहे कि जेपी ग्रुप के पास पैसा नहीं है तो नहीं माना जा सकता.. इसी तरह आम्रपाली वालों के पास भी बहुत पैसा है. नोटबंदी वगैरह की थोड़ी बहुत मार पड़ी होगी, ये माना जा सकता है, लेकिन ये सब सिस्टम को खिला पिला भरोसे में लेकर सरासर हरंपना कर रहे हैं, चिटफंडियों की तरह.
Umesh Sharma यशवंत जी वैसे तो मैं अधिवक्ता हूँ पर मुझे पता है की कानून ऐसे मामलों में कितना बौना है. चूँकि आप हमेशा लीक से हटकर चलते हैं, मैं सलाह देता हूँ की इन मालिकों का जो भी घर , ऑफिस हो उसमें सामान सहित सभी पीड़ितों के साथ घुसिए और धूनी रमा दीजिये , कोर्ट को मैं संभल लूंगा और बौने कानून को और भी बौना बना देंगें आपसब
Yashwant Singh ऐसा ही करना पड़ेगा सर… आकुपाई आम्रपाली बिल्डर्स हाउस….
Roy Tapan Bharati यशवंतजी। आम्रपाली में मेरे दिवंगत साले (38 साल) का 6 लाख रुपया अब तक अटका हुआ है। इसी अनिल शर्मा के चचेरे भाई मनोज राय की गार्डेनिया कंपनी के गीतांजलि अपार्टमेंट में मेरे बेटे ने 6 साल पहले फ्लैट बुक किया, बैंक लोन कराया, 50 लाख यानी 95 फीसदी रकम ले लिया और अपार्टमेंट अब तक अधर में। सरकार, बिल्डर सब चुप हैं।
Yashwant Singh दुनिया मे कितना ग़म है… मेरा ग़म कितना कम है..
Roy Tapan Bharati मैं मोदी और योगी किसी से भी उम्मीद नहीं रख रहा कि वे हमारे परिवार की मदद करेंगे।
Poet Shailesh Shukla कोई नहीं सामने आएगा…. जो सक्षम है वो भी नहीं
Yashwant Singh हां, हमको भी ऐसा ही लग रहा है। लेकिन फिकर नाट। सब एक दिन लौंड़े लग जाएंगे।
Rajeev Yadav amrapali ke project galaxy ne le liye hain sare….Plz check. 4th ko yogi ki team flat dene aa rahi hai
Shahnawaz Malik पैसा तो मिलने से रहा, हां उसका कोई खाली फ्लैट कब्ज़ा करने के बारे में सोचना चाहिए।
Yashwant Singh पैसा तो एड्स पीड़ित अनिल शर्मा का बाप देगा शाहनवाज भाई.. देखते जाइए… हलक में डालकर खींच लूंगा… मन्ने चुप हैं तो चुप हैं… अपनी पर आ जाएंगे तो छोड़ेंगे नहीं… सोमवार से अभियान शुरू कर रहा हूं…
Sanjaya Kumar Singh कुछ नहीं होने का। बहुते बुरा हाल है। हम भी 2019 का इंतजार कर रहे हैं। ई सरकार जाए त कछु होय। नहीं जाएगी तो झेलेंगे।
Yashwant Singh हम्हीं को आखिर में कुछ करना पड़ा। fb पर पोस्ट डाल दिए, ई का कम है…
Shambhu Dayal Vajpayee कौन किस की चिंता करता है । जरूरत पडने पर विरले ही सहृदयता दिखाते हैं । मेरे भी बहुत सम्पर्की हैं , पर अपरिचित जैसे हो गए ।
Yashwant Singh टेंशन नाट। मौज से रहिए सर्।
Shambhu Dayal Vajpayee मन से मौज ही है , भाई जी । वैसे भी वैचारिकी में काफी कुछ आपका अनुयायी हूं।
Yashwant Singh आप गुरु हैं सर्
Anoop Gupta यसवंत जी में आपके साथ पहले भी था आज भी हूँ और जब तक जिन्दा हूँ तब तक आपके साथ रहूँगा. मेरे लिए जो भी हो बताइये आप। पहले में पत्रकार के रूप में साथ था अब तो में नेता भी हो गया हूँ जहाँ भी हो आप बताइये में आपके साथ खड़ा मिलूंगा
Yashwant Singh ज़िंदाबाद ज़िंदाबाद।
Poet Shailesh Shukla बिल्डर-राजनेता-अपराधी….. आप समझते ही हैं सब।
Yashwant Singh इसमें मीडिया को भी जोड़ लीजिए।
Poet Shailesh Shukla अव्वल इन बिल्डरों के चक्कर में न ही पढ़ा जाए तो बेहतर है… लेकिन क्या करें …शहर या शहर के आसपास सेटेलाइट टाउन में अपना खुद का घर होने का सपना … जाने क्या न करवाए
Sanjaya Kumar Singh पत्रकारों की कहीं कोई दाल नहीं गल रही। उससे बेहतर हमलोग अपने दम पर हैं। एनसीआर में अभी ही हजारों घर बनकर तैयार है। लोग उसे नहीं खरीद रहे। सस्ते के चक्कर में रोज एसएमएस आता है, एक लाख में घर , तीन लाख में घर लीजिए। सस्ते के लालच में लोग फंस ही रहे होंगे। तभी आ रहा है। गलती हमारी भी है। हालांकि आम्रपाली जैसे बिल्डर की हालत तो नोटबंदी के बाद बहुत खराब हुई है।
Poet Shailesh Shukla शायद यह संन्यासी ही कुछ करने की हिम्मत दिखा सके… जनसुनवाई ऐप पर कंप्लने करें… अकेले नहीं … जितने भी पीड़ितों-शोषितों को जानते हैं, जिनको ऐसे किसी बिल्डर ने ठगा है, उन सबको भी कहिए कि जनसुनवाई ऐप को अपने मोबाइल पर डाउनलोड करें और ज्यादा से ज्यादा ब्योरे के साथ दस्तावेज संलग्न करके अपनी शिकायत भेजें … कम से कम अपने स्तर पर इतना तो किया ही जा सकता है…
Anand Agnihotri जीदारी सीखनी हो तो यशवंत से सीखिये, कुछ भी हो जाये स्वामी भड़ासा नंद अटल रहते हैं।
Shrikant Singh यशवंत भाई। इस दुनिया में जब तक कमीने रहेंगे आपको काम करने का मौका देते रहेंगे। निकालिए ससुरों की कुंडली। क्योंकि कर्मण्ये वा धिकारस्ते। मा फलेषु कदाचन।
Pradeep Mahajan रेरा के अंतर्गत पहले कानूनी शिकायत करे फिर इसको क्षति पूर्ति के नोटिस दे इसके बाद भाई लोग फौजदारी के लिए है
Vinod Bhardwaj स्वामी भड़ासानन्द जी की जय हो ! कोशिश करो, कोई न कोई रास्ता जरूर निकलेगा।
Anil Saxena किसी लल्लन टॉप अखबारनबीस को नाहे जानत हो, वो अकेला ही काफी है।
गोस्वामी कवि शहज़ादा आप आदेश करे सिर्फ तोड़ फोड़ देंगे भाई
Girijesh Vashistha एक एक करके बिल्डरों के सिर फोड़ने शुरू किए जाएं. सरकार को समस्या की गंभीरता समझ में आने लगेगी. बायर्स के तो सुसाइड करने से भी जूं नहीं रेंगती…
Bhumika Dwivedi योगी से मिलवा दूँ। अपनी व्यथा सुनाईये, देखते हैं, वो क्या कर सकते हैं।
Yashwant Singh मिलवा दीजिए न.
Ved Ratna Shukla Yogi ji se kahiye.
Yashwant Singh योगी का मोबाइल नम्बरवा नहीं है न हमरे पास…