प्रभात डबराल-
वरिष्ठ पत्रकार पंकज शुक्ला जी ने आज अपनी एक पोस्ट में लिखा है कि कल एक फ़िल्मी प्रेस कांफ्रेंस में अभिनेता वरुण धवन पहले ही सवाल के जवाब में तू-तड़ाक करने लगा.
शुक्ला जी ने ठीक किया ये मुद्दा उठा दिया. मैं फ़िल्म पत्रकार नहीं हूँ, कभी नहीं रहा. लेकिन इधर सोशल मीडिया की पोस्टें देखकर लग रहा है ये एक्टर लोग पत्रकारों से बड़ी बदतमीज़ी से पेश आने लगे हैं. शोहरत और दौलत सर चढ़ कर बोल रही है.
बदतमीज़ी करने वालों में सबसे आगे है शाहरुख़ खान. ऐसी बदतमीज़ी से बोलते है कि मेरा तो खून ख़ौल जाता है. फ़ौरन से “तू” पर उतरते है और मज़ाक़ उड़ाने लगते है.
अमिताभ, आमिर और सलमान लोकप्रियता और धन/दौलत में शाहरुख़ से आगे नहीं तो पीछे भी नहीं हैं. लेकिन मैंने उन्हें किसी भी प्रेस कोंफ़्रेंस में बदतमीज़ी से तू-तड़ाक करते नहीं देखा.
आप किसी बात पर नाराज़ हो सकते हो, कभी कभी आवाज़ ऊँची भी कर सकते हो पर तू तड़ाक क्यों करोगे.
सिर्फ़ इसलिए क्योंकि निरीह रिपोर्टर आज के माहौल में थोड़ा दबा हुआ है, पलटकर बोल नहीं पा रहा है तो आप उसका मखौल उड़ाओगे….सिर्फ़ इसलिए क्योंकि आप लोकप्रिय हो, आपके पास अथाह दौलत है.
मुझे तो ख़ैर अब कोई मौक़ा मिलने से रहा. मौक़ा मिलता तो शाहरुख़ से ज़रूर पूछता ये बदतमीज़ी उन्होंने कहाँ से सीखी. क्यों वो इतना बददिमाग़ हो गए है.
शाहरुख़ की देखा देखी अब और लोग भी ऐसा करने लगे हैं. देखो तो ज़रा वरुण धवन भी… कमाल है…
शाहरुख़ बेहतरीन एक्टर हैं. मैं बहुत पसंद करता हूँ. पर बदतमीज़ी बर्दाश्त से बाहर है..,