लखनऊ : बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के काफिले में चल रहे उनके हथियारबंद समर्थकों ने दैनिक जागरण के पत्रकार सौरभ शुक्ला को सरेराह जमकर पीटा। भुक्तभोगी सौरभ का कुसूर महज इतना था कि वह हजरतगंज चौराहे पर चल रहे प्रदर्शन की वजह से लगे लंबे जाम में फंसी एंबुलेंस की फोटो खींच रहे थे। बताया जाता है कि इस एंबुलेंस में खुद मुख्तार अंसारी सवार थे। इसी बात से बिफरे समर्थकों ने उन पर हमला बोल दिया और मोबाइल छीनकर फरार हो गए। हालांकि, इस दौरान वहां मौजूद इंस्पेक्टर हजरतगंज व अन्य पुलिसकर्मी पूरी घटना को मूकदर्शक बने देखते रहे। घटना की भनक लगने पर पहुंचे मीडियाकर्मियों ने जब एसएसपी से इसका विरोध जताया तब जाकर एफआईआर दर्ज हो सकी। बाद में पुलिस ने मुख्तार अंसारी के तीन गुर्गों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
सोमवार पूर्वान्ह करीब 11 बजे राष्ट्रीय विकलांग पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज चौराहे पर जाम लगा दिया। निषेधाज्ञा लगी होने के बावजूद पुलिस उन प्रदर्शनकारियों को हटाने में नाकाम रही। ऑफिस टाइम होने की वजह चौराहे पर आने वाली सभी सड़कों पर लंबा जाम लग गया। प्रदर्शन और उससे जनता को हो रही दिक्कतों को कवर करने पहुंचे दैनिक जागरण के संवाददाता सौरभ शुक्ला वहां पहुंचे हुए थे। सौरभ ने बताया कि इसी दौरान उन्होंने राजभवन की ओर से रॉन्ग साइड से आती हुई एंबुलेंस देखी। उन्होंने समझा कि कोई मरीज जाम की वजह से निकल नहीं पा रहा। वे मोबाइल से उस एंबुलेंस की फोटो खींचने लगे।
अभी सौरभ दो- तीन फोटो ही क्लिक कर पाये थे कि इसी बीच एंबुलेंस के ठीक पीछे चल रही भाजपा का झंडा लगी सफेद रंग की इनोवा (यूपी32डीएन/9139) और काले रंग की स्कॉर्पियो पर सवार 6- 7 लोग नीचे उतरे और सौरभ पर हमला बोल दिया। गालीगलौज और मारपीट के बीच हमलावरों ने सौरभ को जबरन इनोवा में लादने की भी कोशिश की। हमलावरों ने सौरभ का मोबाइल भी छीन लिया। सौरभ किसी तरह उनके चंगुल से छूटकर सामने खड़े पुलिसकर्मियों की ओर भागे और उनसे मदद मांगी। पर, वहां मौजूद इंस्पेक्टर हजरतगंज विजयमल यादव और अन्य पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने देखते रहे।
इसी बीच हमलावर भी उनका पीछा करते हुए वहां आ पहुंचे और सौरभ को एक बार फिर खींच लिया और उनके सिर पर किसी भारी चीज से वार कर उन्हें डिवाइडर पर धकेल दिया जिससे सौरभ बेहोश हो गए। उधर, एंबुलेंस और इनोवा व स्कॉर्पियो को पुलिस ने वहां से निकलवा दिया। कुछ देर बाद होश आने पर सौरभ ने इसकी सूचना अपने साथियों को दी। जानकारी मिलने पर पहुंचे तमाम मीडियाकर्मियों ने पुलिस ऑफिस में एसएसपी राजेश कुमार पांडेय से मिलकर घटना पर विरोध दर्ज कराया।
एसएसपी पांडेय ने हजरतगंज पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिये। इधर, सौरभ के साथियों ने उसके छीने गए मोबाइल फोन पर कॉल किया तो कॉल रिसीव करने वाले ने खुद को सुरक्षाकर्मी बताते हुए केजीएमयू में होने की बात कही। इसके बाद चौक पुलिस केजीएमयू पहुंची और सौरभ का फोन बरामद किया। चौक पुलिस ने बताया कि एंबुलेंस पर बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी सवार थे। काफी देर तक चले हंगामे के बाद हजरतगंज पुलिस ने सौरभ की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर इंक्वायरी शुरू कर दी है।
राजधानी के सबसे व्यस्ततम व वीआईपी हजरतगंज चौराहे पर पुलिस बल की मौजूदगी में ही बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के गुर्गों ने दैनिक जागरण के संवाददाता सौरभ शुक्ला पर जिस तरह हमला कर पीटते रहे, पुलिस मूक दर्शक बन देखती रही, गुर्गे सबके सामने ही भाग निकले, सबकुछ जानने के बावजूद भी बाद में एफआईआर दर्ज करने में आनाकानी की गई, यह बताने के लिए पर्याप्त है कि यूपी में जंगलराज के साथ-साथ गुंडाराज भी अपना भयंकर असर बनाए हुए है। मीडिया वालों के दबाव के बाद पुलिस सक्रिय हुई। बाद में राजधानी पुलिस ने दबंगई करने और एक पत्रकार से मारपीट के आरोप में बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के तीन गुर्गे को गिरफ्तार किया। पुलिस ने तीनों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए जेल भेज दिया है। हजरतगंज थानाध्यक्ष विजयमल यादव ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों में भूपनारायण यादव, कलीम खां और रवि गुप्ता निवासी गाजीपुर के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए जेल भेज दिया गया है। तीनों ने जागरण के पत्रकार सौरभ पर हमला करते हुए मारपीट की थी।