हिंदुस्तान अखबार आज के दिन कत्लगाह बन गया है. जिन लोगों ने खून पसीने देकर इस अखबार को सींचा, उन्हें एक झटके में बाहर निकाल दिया जा रहा है. भागलपुर, आगरा के बाद खबर नोएडा व लखनऊ से आ रही है.
हिंदुस्तान नोएडा और लखनऊ संस्करणों में कार्यरत दर्जनों लोगों को आज हटाया गया है. हिंदुस्तान अखबार के दिल्ली (नोएडा) और लखनऊ कार्यालय से आज कई कर्मचारी हटाये गए जिससे आफिस में शोक का माहौल है.
बताया जा रहा है कि लखनऊ में प्रमुख संवाददाता शोभित मिश्रा, कई सालों से कैमरा डिपार्टमेंट के हेड विनय पांडेय, वरिष्ठ संवाददाता शिवम अवस्थी, पल्लव शर्मा, कार्यालय संवाददाता अब्बास रिज़वी, राजीव शुक्ला, चीफ सब एडिटर सुफल भट्टाचार्या समेत कई लोगों को कार्यमुक्त कर दिया गया है.
दिल्ली( नोएडा) कार्यालय से आज अभी तक 10 लोग और लखनऊ में 8 लोग हटाए गए हैं. सभी अलग अलग विभागों से हैं. नोएडा आफिस में ठीकठाक सेलरी पाने वाले डिज़ाइनर अमित यादव भी हटाए जाने वालों की लिस्ट में शामिल है. गुड़गांव और फरीदाबाद डेस्क पर कार्यरत 2 महिला मीडियाकर्मियों समेत 4 लोग हटाए गए हैं. ग़ाज़ियाबाद डेस्क पर कार्यरत अमित सिंह को हटाए जाने की सूचना है.
सबसे खास बात तो यह है कि नोएडा कार्यालय में कार्यरत कार्यकारी संपादक प्रताप सोमवंशी के पीए वीरेंद्र भारद्वाज को भी आज हटा दिया गया. प्रताप सोमवंशी स्टेट हेड यूपी यूके के बतौर लखनऊ में नहीं बैठेंगे बल्कि नोएडा में ही बैठकर यूपी उत्तराखंड का काम देखेंगे. लखनऊ संस्करण के नए स्थानीय संपादक सुनील द्विवेदी ने कानपुर से आकर कामकाज संभाल लिया है. वे नोएडा में बैठे प्रताप सोमवंशी को रिपोर्ट करेंगे.
ज्ञात हो कि नोएडा व लखनऊ से दर्जनों स्ट्रिंगरों को पहले ही हटाया जा चुका है. इस तरह देखा जाए तो एक तिहाई से ज्यादा लोगों को कार्यमुक्त कर दिया गया है.
जिनसे भी आज इस्तीफा लिया गया है उन सभी को दिन में 12 बजे नोएडा और लखनऊ ऑफिस में बुलाया गया था. वहां पर एचआर ने पहले से लेटर हेड पर प्रिंटेड इस्तीफे पर साइन करवा कर भेज दिया. खास बात यह है कि कल नोएडा ऑफिस में 15 लोगों को एचआर ने 12 बजे बुलाया है.
मतलब कि ये छंटनी का दौर चलने वाला है. सबको इकट्ठा निकालने की जगह छोटे छोटे ग्रुपों में निकाला जा रहा है. पहले स्ट्रिंगर निकाले गए फिर अब वरिष्ठों पर गाज गिराई जा रही है.
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