राणा यशवंत-
आईटीवी नेववर्क ने बटोरे 24 ENBA अवॉर्ड्स…
देश के बड़े न्यूज नेटवर्क में एक आईटीवी नेटवर्क खबरों के साथ संजीदगी औऱ सलाहियत के चलते जाना जाता है. मैं दावे से कह सकता हूं कि इंडिया न्यूज के एंकर्स की खबर और भाषा पर जो पकड़ है, वैसा अधिकार आपको कम दिखेगा. रिपोर्टर्स तथ्यों और तर्क के आधार पर बात करते दिखेंगे. रेस में आगे निकलने की खातिर कुछ भी कर गुजरने की सनकसनी बेचैनी इंडिया न्यूज या न्यूज एक्स पर आपको नहीं दिखेगी. अलबत्ता समाज औऱ सरोकार के जिस हिस्से को आप कहीं औऱ नहीं पाएंगे, उनको लेकर इंडिया न्यूज या न्यूज एक्स ईमानदार कोशिश करते दिखते हैं.
मसलन देश की आधी आबादी यानी महिलाओं पर आधारित साप्ताहिक शो ‘हम महिलाएं’ और कानून के चक्कर में फंसे आम आदमी की खातिर जरुरी कानूनी जानकारी का शो ‘लीगली स्पीकिंग’. रात 9 बजे ‘आंकड़े हमारे फैसला आपका’ एक ऐसा न्यूज शो है जो बयानों और आरोप-प्रत्यारोप का अंधड़ चलाने में नहीं बल्कि आंकड़ों के जरिए असलियत जानने में यक़ीन करता है. खबरों को तय करते समय टीआरपी की खुराफात नहीं बल्कि पत्रकारीय खुराक को तरजीह देने की कोशिश रहती है. लीक से हटकर चलने के अपने खतरे जरुर हैं मगर उसका फायदा यह है कि आपको हलके में लेने की कोशिश कोई नहीं करेगा. इंडिया न्यूज और आईटीवी नेटवर्क के चैनलों ने अलग अलग कैटेगरी में 24 ENBA अवॉर्ड जीते. न्यूज एक्स को बेस्ट न्यूज चैनल का अवॉर्ड मिला. इंडिया न्यूज के शो ‘आंख कान खोल के’ को बेस्ट प्राइम टाइम शो और बेस्ट करेंट अफेयर्स शो के दो अवॉर्ड मिले, ‘हम महिलाएं’ को सोशल इश्यूज के बेस्ट प्रोग्राम का खिताब मिला औऱ राशिद हाशमी को बेस्ट एंकर का अवॉर्ड. इस टीम पर उसकी काबिलियत, अनुशासन और पेशेवर खूबियों के चलते बहुत नाज़ रहता है.
इंडिया न्यूज के शो ‘हम महिलाएं’ को ENBA अवॉर्ड
समूचे हिंदी न्यूज चैनल इंडस्ट्री में सिर्फ इंडिया न्यूज है जो महिलाओं पर स्पेशल टॉक शो करता है- ‘हम महिलाएं’. देश की आधी आबादी का ऐसा मंच जो दूर-दराज के गांवों में बैठी लड़कियों, महिलाओं को हौसला और उम्मीद देता है. यह शो अपनी खास पहचान के साथ आगे बढती उन महिलाओं की जिंदगी में दाखिल होता है जो विपरीत परिस्थितियों को हरा कर वहां पहुंची हैं. इस शो को इंडिया न्यूज की एंकर रचना बंसल होस्ट करती हैं. रचना मेहमान के साथ संजीदगी और अपनेपन का ऐसा रिश्ता बनाती हैं कि पूरा शो एक कहानी-सा चलता दिखता है. इस शो ने कम समय में इंडस्ट्री में अपनी खास पहचान बनाई है. ‘हम महिलाएं’ को बेस्ट कवरेज ऑन सोशल इश्यूज के लिए ENBA अवॉर्ड मिला है. इसके लिए रचना और ‘हम महिलाएं’ की पूरी टीम को बधाई.
इंडिया न्यूज के शो ‘आंख कान खोल के’ को दो दो ENBA अवॉर्ड्स
जब हरेक खबर के लिए प्रोड्यूसर एड़ी चोटी का जोर लगाए दिखता है, हरेक टुकड़े के ऑन एयर ट्रीटमेंट पर एंकर लगातार सोचता रहता है औऱ न्यूजरुम अपने प्रोडक्शन में उसको प्राथमिकता देता है तो एक सुगढ, सुसज्जित, गतिमान और ऊर्जावान न्यूज शो सामने आता है, जिसे ‘आंख कान खोल के’ के नाम से आप जानते हैं. इंडिया न्यूज पर आप इसे रोज शाम सात बजे देखते हैं. यह वह स्लॉट है जहां से प्राइम टाइम पीक पर जा रहा होता है. लिहाजा कई चैनलों पर इस वक्त आपको हाहाकारी, विनाशकारी और टीआरपीधारी, डिबेट-स्टोरीज़ दिखती होंगी. इसी समय ‘आंख कान खोल के’ दर्शकों के लिए खबरों का खांटी डोज लेकर आता है जिसमें शायद ही कोई जरुरी खबर होगी जो आपको नहीं दिखेगी.
‘आंख कान खोल के’ का प्रोड्यूसर आशीष दीक्षित हैं. किसी भी चैनल के न्यूजरुम में इतने जुनूनी, बेचैनी से भरे, खबरखोर और अपने शो की खातिर अगियाबेताल प्रोड्यूसर बिरले मिलेगा. आशीष की खूबी ये है कि सिस्टम में कोई भी खबर आई है तो आप उनसे पूछ सकते हैं कि ये है या नहीं. 7 बजे के आसापास न्यूजरुम में कोई चीखता सुनाई नहीं पड़े तो समझिए आशीष का ऑफ है.
‘आंख कान खोल के’ का एंकर रोहित पुनेठा हैं. रोहित वैसे टीवी जर्नलिस्ट हैं जो खबर की बारीकी समझते हैं, उसको रखने का सलीका औऱ दर्शक से खुद को जोड़ने का हुनर जानते हैं. वे अपने शो में डूबे रहने की पेशेवर खूबी के चलते न्यूजरुम में अलग पहचान रखते हैं.
रोहित, आशीष और पूरी टीम को ‘आंख कान खोल के’ को बेस्ट करेंट अफेयर्स शो और बेस्ट प्राइम टाइम शो के लिए ENBA अवॉर्ड मिलने पर बहुत बधाई.
इंडिया न्यूज एंकर राशिद हाशमी को बेस्ट न्यूज एंकर अवॉर्ड
इंडिया न्यूज के एंकर राशिद हाशमी ने मीडिया के प्रतिष्ठित सम्मान ENBA अवॉर्ड्स जीता है. मैं जीता है, सायास लिख रहा हूं. इसका कारण यह है कि राशिद को उनकी लगन, मेहनत और काबलियत का इनाम मिला है. उन्होंने इसे अर्जित किया है. टीवी न्यूज इंडस्ट्री में बहुत कम ऐसे एंकर होंगे जो अपने शो और बुलेटिन को लेकर इतनी मेहनत और शिद्दत से लगे रहते होंगे. राशिद की खबर की समझ, पढ़ने-जानने की भूख और सीखते रहने की ललक तारीफ के काबिल है. फील्ड से रिपोर्टिंग हो या न्यूजरुम में प्रोडक्शन की जिम्मेदारी या फिर स्टूडियो से एंकरिंग – राशिद हर जगह कोई कसर नहीं छोड़ते. किसी भी संपादक के लिए चिंतामुक्त रखनेवाले साथी इन दिनों नेमत की तरह हैं. राशिद वही हैं. श्रीलंका में गृहयुद्द जैसे हालात जब बने थे उस समय राशिद ने जो शो किया था उसे बेस्ट न्यूज कवरेज (इंटरनेशनल) के लिए ENBA अवॉर्ड मिला है. लेकिन उससे बड़ी बात ये है कि खुद राशिद बेस्ट न्यूज एंकर के अवॉर्ड से नवाज़े गए. बहुत सारी बधाइयां और शुभकामनाएं.