पिछले साल Zee मीडिया ग्रुप में बतौर रीजनल चैनल्स के CEO जॉइन करने वाले राजस्थान कैडर के पूर्व IAS जगदीश चंद्र ने आज Zee मीडिया के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। जगदीश चंद्र ने 8 साल ई टीवी के चैनल हेड और CEO के रूप में काम करने के बाद 4 जनवरी 2017 को Zee मीडिया के रीजनल चैनल्स के CEO के रूप में Zee media को ज्वाइन किया था।
उसके बाद जगदीश चंद्र को ZMCL के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर नियुक्त किया गया था। जगदीश चंद्र के नेतृत्व में “states make the nation” के कांसेप्ट पर Zee मीडिया का एक और चैनल Zee Hindustan भी शुरू किया गया। जगदीश चंद्र के नेतृत्व में करीब 10 साल से घाटे में चल रहे Zee राजस्थान इस साल प्रॉफिट में आ गया और 41 करोड़ का रेवेन्यू इकठ्ठा किया। यही नहीं Zee मीडिया के एक और घाटे में चल रहे उर्दू चैनल Zee Salaam को भी पहले ही साल में ब्रेक इवन करवाया और प्रॉफिट में लाये। मई 2017 में शुरू किए गए Zee हिंदुस्तान को भी पहले ही साल कुल 40.63 करोड़ का रेवेन्यू दिया और ब्रेक इवन किया जो न्यूज़ टेलीविज़न के इतिहास में एक रिकॉर्ड है।
दिलचस्प बात यह है कि Zee मीडिया के 14 चैनल्स में से सबसे ज्यादा ग्रोथ देने वाले पहले 3 चैनल जगदीश चंद्र के पास थे। ज़ी राजस्थान, ज़ी सलाम और ज़ी हिंदुस्तान ने क्रमशः 214%, 76% और 54% कि ग्रोथ दी। zee मीडिया के प्रिंट एडिशन डीएनए जयपुर के एडिटर रहते हुए जगदीश चंद्र ने 12 साल से घाटे में चल रहे DNA को न केवल घाटे से निकल बल्कि 1.80 करोड़ का प्रॉफिट भी दिया। इससे पहले ई टीवी में जबरदस्त काम करते हुए घाटे में चल रहे चैनल को उबारा और जब ई टीवी छोड़ा तब 57 करोड़ का पॉजिटिव लाभ था जो एक इतिहास है।
जानकर सूत्रों के अनुसार जगदीश चंद्र अपने अगले कदम की घोषणा शीघ्र ही करेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि शायद वे जयपुर में ही अपना चैनल ला सकते हैं। पिछले 10 सालों में रीजनल न्यूज़ चैनल्स के बेताज बादशाह के रूप में अपनी पहचान बना चुके जगदीश चंद्र ने अपना इस्तीफा देते हुए zee मीडिया के चेयरमैन डॉ सुभाष चंद्र का पिछले एक साल में मिले मार्गदर्शन के लिए आभार जताया है।