लगभग 10 नामों पर चल रहा है मंथन… घोषणा शीघ्र… लखनऊ। योगी सरकार को आए कई महीने बीत गये हैं। मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ दल की विचारधारा क्या हो, जन मानस को समाचार के रूप में क्या परोसना व संदेश देना है, यह अभी तक तय ही नहीं हो सका है। पर, सरकार अब चेत गयी है। शीघ्र ही एक सूचना सलाहकार की नियुक्ति होने वाली है। नाम लगभग तय हो चुका है। आगामी 20-25 सितम्बर तक नाम की घोषणा होना बाकी है।
सरकार और मुख्यमंत्री की छवि को मीडिया के माध्यम से बेहतर बनाने के लिए सूचना सलाहकार पद पर नियुक्ति हेतु जिन करीब 10 नामों की पार्टी और संघ के बीच चर्चा में है उनमें सबसे आगे हैं शलभ मणि त्रिपाठी. न्यूज चैनल की पत्रकारिता छोड़ भाजपा में शामिल हुए पूर्व शलभ मणि त्रिपाठी फिलहाल भाजपा के प्रवक्ता हैं। वे अवध प्रांत प्रमुख संजय जी के काफी करीबी माने जाते हैं। साथ ही उन्हें अमित शाह का भी करीबी कहा जाता है।
पार्टी प्रवक्ता शलभमणि त्रिपाठी के अलावा सूचना सलाहकार पद के लिए योगी के करीबी दिल्ली के पत्रकार संजय सिंह, कई बार प्रवक्ता रहे अब प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक, प्रवक्ता मनीष शुक्ला, मनीष दीक्षित, डा. चंद्रमोहन सिंह, विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ता व सुनील बंसल के करीबी डा. तरूणकांत त्रिपाठी, भाजपा मुखपत्र कमल ज्योति सम्पादक व सुनील बंसल के करीबी अरूणकांत त्रिपाठी, गन्ना विभाग में संयुक्त गन्ना आयुक्त से सेवानिवृत्त हुए अब संघ के लखनऊ एवं जनसंचार संस्थान, विश्व संवाद केंद्र के निदेशक अशोक कुमार सिन्हा, पत्रकार के. विक्रम राव तथा संघ की राष्ट्रधर्म पत्रिका के मुख्य प्रबंधक पवन पुत्र बादल का नाम मुख्य रूप से सूचना सलाहकार पद के लिए चर्चा में है।
फिलहाल हर कोई अपनी तरफ से जोरदार लाबिंग कर रहा है। देखना है बाजी किसके हाथ लगती है। मीडिया पर पकड़ के मामले में शलभ मणि त्रिपाठी और संजय सिंह सबसे आगे चल रहे हैं। दशकों से चली आ रही बसपाई-सपाई विचारधारा की पत्रकारिता को हाशिए पर लाकर राष्ट्रवादी विचारधारा की पत्रकारिता को आगे बढ़ाना भी नए सूचना सलाहकार का काम होगा और इसी पैमाने पर नई तैनाती को मापा जा रहा है। उक्त नामों में सबसे बेहतर नाम किसका है जो संघ-सरकार-भाजपा के बीच सामंजस्य बैठाकर कार्य कर सके, फिलहाल इसी बात का मंथन चल रहा है।
लखनऊ से भारत सिंह की रिपोर्ट.