इन दिनों टीवी पर केजरीवाल सरकार का एक ऐड चल रहा है जिसमें अरविंद केजरीवाल को छोड़ कर बाकी सभी नेताओं को बेईमान बताया जा रहा है। विज्ञापन को सुप्रीम कोर्ट के आदेश का ‘उल्लंघन’ करार देते हुए भाजपा ने धमकी दी है कि अगर इसे तुरंत नहीं हटाया गया तो वह सुप्रीम कोर्ट जाएगी। केजरीवाल सरकार विज्ञापन पर पैसे की बर्बादी कर रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले महीने एक फैसले में कहा था कि सरकारी विज्ञापनों में मुख्यमंत्री, मंत्री, गवर्नर समेत किसी नेता की तस्वीर नहीं लगा सकते। सरकारी विज्ञापनों पर केवल प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और सीजेआई की तस्वीर लग सकती है। विज्ञापनों में इन तीनों की तस्वीर तभी लगाई जा सकती है, जब वे खुद इसकी जवाबदेही लेंगे।
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव आर. पी. सिंह ने शनिवार को एक बयान में कहा, “हालांकि, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का चेहरा नहीं दिखाया जा रहा रहा है, लेकिन बार-बार उनका नाम लेकर उन्हें ‘गरीबों का मसीहा’ बताने की कोशिश की जा रही है। जबकि अन्य दलों के नेताओं, प्रशासनिक अधिकारियों और मीडिया को खलनायक की तरह पेश किया जा रहा है। ‘आप’ का यह ऐड सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन है। बीजेपी नेता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि नेशनल टीवी पर ‘आप’ सरकार का ऐड झूठ से भरा है। अरविंद केजरीवाल के पास सफाई कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए पैसा नहीं है, लेकिन असंवैधानिक तरीके से अपने प्रचार के लिए पैसा खर्च कर रहे हैं।
आप के प्रवक्ता आशुतोष ने कहा है कि बीजेपी आप को दिल्ली ही नहीं पूरे देश से खत्म करना चाहती है। हम लोग कुछ भी करते हैं तो बीजेपी को आखिर मिर्ची क्यों लगती है? प्रशांत भूषण ने विज्ञापन को ‘जय हो केजरीवाल’ की संज्ञा देते हुए इसे महज एक व्यक्ति या नेता को प्रोजेक्ट करने के लिए फंड के गलत इस्तेमाल का उदाहरण बताया है।