बाड़मेर का एसपी मनीष अग्रवाल तो मीडिया और पत्रकारों का दुश्मन है!

Share the news

मनीष अग्रवाल को पद से हटाने के लिए पत्रकारों ने शुरू किया अभियान… राजस्थान के बाड़मेर जिले का पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल दरअसल मीडिया और पत्रकारों का दुश्मन है. इसने अपने कार्यकाल में दो पत्रकारों के उपर पुलिसिया जुल्म ढाया. अभी हाल में ही आरपीएससी द्वितीय श्रेणी परीक्षा 2018 के हिन्दी विषय का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल होने की खबर चलाने वाले बाड़मेर के वरिष्ठ पत्रकार प्रेमदान देथा के साथ बाड़मेर पुलिस ने बदतमीजी की. देथा के खिलाफ नियम विरुद्ध तरीके से द्वेषपूर्ण व अनुशासनहीन कार्यवाही की गई. एसपी मनीष अग्रवाल के आदेश पर पुलिस वालों ने देथा से धक्का-मुक्की कर उन्हें हिरासत में ले लिया।

इसके बाद से बाड़मेर के पत्रकारों में रोष व्याप्त है। मामले को लेकर बाड़मेर के पत्रकारों द्वारा काली पट्टी बांधकर बाड़मेर पुलिस का विरोध किया जा रहा है। वहीं पत्रकारों ने शहर के महावीर पार्क मे बैठक का आयोजन कर तय किया कि पुलिस की द्वेषपूर्ण कार्यवाही से पत्रकार आहत हैं और राज्यपाल को ज्ञापन के माध्यम से बाड़मेर एसपी को हटाने की मांग की जाएगी। पत्रकारों ने कहा कि चुनाव से पूर्व बाड़मेर एसपी को नहीं हटाया जाता है तो आगामी विधानसभा चुनावों मे पत्रकार व उसका परिवार मतदान नहीं करेगा। वहीं बाड़मेर के पत्रकार आगामी चुनाव मे वोटिंग व मतगणना की कवरेज भी नहीं करेंगे।

बाड़मेर का एसपी मनीष अग्रवाल

पत्रकारों ने बाड़मेर जिला कलक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा और जिला निर्वाचन अधिकारी एवम जिला मजिस्ट्रेट से वार्ता कर बाड़मेर के एसपी को हटाने की मांग की है। उन्होंने जिला कलक्टर को बताया कि बाड़मेर एसपी द्वारा लगातार पत्रकारों को टारगेट किया जा रहा है। उन्होंने पुलिस पर वरिष्ठ पत्रकार प्रेमदान देथा के परिजनों को भी परेशान करने का आरोप लगाया।

इससे पूर्व भी एसपी ने बाड़मेर के वरिष्ठ पत्रकार दुर्गसिंह राजपुरोहित को पटना से ह्वाट्सअप पर मिले एक नोटिस के आधार पर गिरफ्तार कर पटना भेज दिया था। पत्रकार पप्पू बृजवाल को भी एक मामले मे घसीटते हुए परेशान किया था। पत्रकारों ने बाड़मेर एसपी मनीष अग्रवाल को नहीं हटाये जाने पर परिवार सहित मतदान ना करने व चुनाव कवरेज नहीं करने की चेतावनी दी है। ज्ञापन के दौरान इलेक्ट्रोनिक व प्रिंट मीडिया के समस्त पत्रकार मौजूद थे।

बाड़मेर से अशोक दईया की रिपोर्ट.

इन्हें भी पढ़ें…

पेपर लीक की खबर ब्रेक करने वाले पत्रकार का बाड़मेर पुलिस ने किया अपहरण!

xxx

पुलिस द्वारा उठाए गए पत्रकार ने एसपी समेत कई पुलिसवालों के खिलाफ कोतवाली में दी लिखित कंप्लेन

xxx

IPS मनीष अग्रवाल को जबरन रिटायर कर देना चाहिए!

xxx

‘अच्छे दिन’ का ‘आदर्श’ उदाहरण : एक पत्रकार और उसके पिता की यह तस्वीर भाजपाइयों का पीछा न छोड़ेगी!

xxx

तो इस ‘अपराध’ की सजा दी जा रही है पत्रकार दुर्ग सिंह राजपुरोहित को!

xxx

बिहार के महामहिम, बाड़मेर की महिला, दलित उत्पीड़न का केस और वरिष्ठ पत्रकार की गिरफ्तारी…. सच क्या है?

भड़ास व्हाट्सअप ग्रुप ज्वाइन करें- BWG9

भड़ास का ऐसे करें भला- Donate

भड़ास वाट्सएप नंबर- 7678515849

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *